भटनेर पोस्ट न्यूज सर्विस.
हनुमानगढ जिले में नशे के खिलाफ जन जागृति फैलाने में अब एनसीसी के स्वयंसेवक अपनी भागीदारी निभाएंगे। टाउन स्थित राजकीय नेहरू मेमोरियल स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा के निर्देशानुसार ‘नई किरण-नशा मुक्ति अभियान’ के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. रामपाल अरोदिया ने बतौर कार्यक्रम अध्यक्ष अभियान के बारे में विस्तार से बताया। प्राचार्य डॉ. रामपाल अहरोदिया बोले-‘नशा युवाओं को बर्बाद कर रहा है। परिवारों का खात्मा हो रहा है। इसलिए सरकार भी इस मसले पर गंभीर है। ‘नई किरण-नशा मुक्ति अभियान’ इसी का हिस्सा है। कॉलेज के एनसीसी इकाई के 50 स्वयंसेवकों को बतौर वॉलेंटियर चयन हुआ है। यहां से प्रशिक्षित ये वॉलेंटियर पड़ोस और समाज में नशा करने वालों में जागृति लाएंगे।’
कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि भटनेर पोस्ट मीडिया ग्रुप के चीफ एडिटर गोपाल ने स्वयंसेवकों के साथ खुला संवाद किया और उनसे नशे का कारण और निवारण के लिए उठाए जाने वाले प्रयासों पर खुलकर चर्चा की। उन्होंने कहा-‘मानव जीवन को व्यवस्थित तरीके से जीने का प्रयास होना चाहिए। जिंदगी बहुत छोटी है, इस दौरान हम सबको ऐसे प्रयास करने चाहिए कि मृत्यु के बाद भी समाज कुछ दिनों तक याद रख सके। नशा व्यक्ति, परिवार और समाज का नाश कर देता है। इसे हमें स्वीकार करना चाहिए।’
पत्रकार राजेश कुमार ने हनुमानगढ जिले में नशे की स्थिति, नशीले पदार्थों की खुलेआम हो रही बिक्री और नशा करने वालों के पारिवारिक व सामाजिक पहलुओं पर विस्तार से बताया। उन्होंने कहाकि इस समस्या का हल सिर्फ सरकार या संस्था विशेष के स्तर पर संभव नहीं है बल्कि इसके लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत है। पत्रकार राजेश कुमार ने कहाकि ड्रग माफिया इन युवा वर्ग को अपना शिकार बना रहे है तथा विद्यार्थी ड्रग, मेडिकेटेड नशा, स्मैक आदि नशे की गिरफ्त में आ रहे है और अपना भविष्य खराब कर रहे हैं। उन्होनें बताया कि किस तरह से नशे की आदतों से दूर रहकर एक विकसित समाज का निर्माण कर सकते है।
चिकित्सा विभाग से प्रभारी त्रिलोकेश्वर शर्मा ने विद्यार्थियों को नशे के विरूद्ध चल रहे मानस अभियान में अब तक किये गये प्रयासों और उनके सकारात्मक प्रभावों के बारें में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि अगर इसे पूर्ण रूप से सफल बनाना है तो प्रत्येक नागरिक को अपना सहयोग देना होगा। कार्यक्रम में जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त मास्टर ट्रेनर्स ने विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम से संबंधित ट्रेनिंग देकर प्रमाण पत्र वितरित किये। एनएसएस जिला समन्वयक डॉ. विनोद खुड़ीवाल ने भी नशे के दुष्प्रभावों के बारें में विद्यार्थियों को अवगत कराया। चिकित्सा विभाग से जिला कार्यक्रम अधिकारी अंजू बाला ने आखिरी चरण में विद्यार्थियों से नशे के कारणों पर चर्चा की। कार्यक्रम नोडल प्रभारी किरण ढिल्ल ने बताया कि 50 चयनित विद्यार्थी परिवार, समाज, एवं सामूदायिक केन्द्रों में जा-जाकर इस विषय में जागरूकता फैलायेंगे। वे आस-पास के विद्यालयों में ‘नो बेग डे’ नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करवाएंगे। कार्यक्रम में व्याख्याता डॉ. अर्चना गोदारा, भागवन्ती, मनदीप कौर, महेन्द्र सिंह, सुमन, अनमोल कुमार शर्मा, अजीतपाल सिंह, हर्ष जांगिड़ ने अपनी बात रखी।