सीवरेज का ज़हर, बाढ़ का डर फिर भी हनुमानगढ़ में सन्नाटा क्यों ?

प्रेम सहू.12 जुलाई 1994 को जब श्रीगंगानगर से अलग होकर हनुमानगढ़ को जिला घोषित किया गया, तब लोगों की आंखों में एक सुनहरा सपना था। […]

आपके जीवन में भी हैं ‘चुगलखोर’

डॉ. एमपी शर्मा.जो दूसरों की बुराई करता है, वह अपने चरित्र की सच्चाई उजागर करता है।परनिंदा अर्थात किसी की अनुपस्थिति में उसकी बुराई करना, यह […]

पराई नहीं होतीं बेटियां: सोच बदलिए, समाज बदलेगा!

डॉ. एमपी शर्मा.यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता। यह केवल कोई श्लोक नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का वह आदर्श है जो नारी को दिव्यता और […]