‘स्वयंसेवकों’ के हाथों में बीजेपी की कमान!

गोपाल झा.भाजपा अब एक बार फिर अपनी वैचारिक जड़ों की ओर लौटती दिखाई दे रही है। जिस वैचारिक अनुशासन, संगठनात्मक प्रतिबद्धता और सादगीपूर्ण नेतृत्व की […]

हिंदी पत्रकारिता: दो सदियों की यात्रा और वर्तमान की चुनौतियां

गोपाल झा.30 मई 1826 को जब कलकत्ता (अब कोलकाता) की गलियों में हिंदी भाषा का पहला समाचारपत्र ‘उदन्त मार्तण्ड’ प्रकाशित हुआ, तब शायद किसी ने […]

युद्ध: भावनाओं की आँच में तपता विवेक

गोपाल झा.भारत और पाकिस्तान। दो देश लेकिन सवाल एक। क्या, दोनों देशों के सैनिक अब चौथी बार आमने-सामने होंगे? दरअसल, युद्ध की चर्चा सरेआम है। […]