



भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
राजस्थान में पुलिस सेवा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले जांबाज़ अफसरों और कर्मियों को अब उनका हक़ मिलने जा रहा है। गृह विभाग ने पहली बार मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक की घोषणा की है, जिसमें 4 आईपीएस अधिकारियों समेत कुल 40 पुलिसकर्मी इस विशिष्ट सम्मान से नवाजे जाएंगे। यह पदक उन पुलिसकर्मियों को दिया जाएगा, जिन्होंने अपनी ड्यूटी से कहीं आगे जाकर समाज, कानून और व्यवस्था की बेहतरी में अनुकरणीय योगदान दिया है। इस सूची में जिन चार आईपीएस अधिकारियों के नाम सबसे ऊपर हैं, वे हैं, मालिनी अग्रवाल, प्रफुल्ल कुमार, प्रीति चंद्रा व राशि डोगरा शामिल हैं।
इनके अलावा एएसपी महेंद्र कुमार भगत, एएसपी सैयद मुस्तफा अली, आदर्श चौधरी, हिमांशु शर्मा और चंचल मिश्रा जैसे मिड-लेवल अधिकारियों को भी इस सम्मान से नवाज़ा जाएगा। इन अधिकारियों ने फील्ड ड्यूटी, संकट प्रबंधन, साइबर अपराधों की रोकथाम और संवेदनशील क्षेत्रों में अनुकरणीय सेवा दी है। गौरतलब है कि इस पदक की अवधारणा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा की गई थी, लेकिन विडंबना यह रही कि पिछली सरकार के दौरान इसकी घोषणा अधर में रह गई। अब वर्तमान सरकार ने इस विचार को मूर्त रूप देते हुए इन पदकों के माध्यम से पुलिस बल के मनोबल को ऊंचा करने का निर्णय लिया है। पूर्व आईपीएस यादराम फांसल कहते हैं, ‘यह पदक केवल एक सम्मान नहीं, बल्कि एक संदेश है कि जो अधिकारी जनता की सेवा में अपने कर्तव्य से बढ़कर योगदान देते हैं, उन्हें प्रदेश न सिर्फ़ देखता है, बल्कि सराहता भी है। यह भविष्य के पुलिसकर्मियों के लिए भी एक प्रेरणा बनेगा कि कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी हमेशा पहचान दिलाती है।’ सूत्रों के अनुसार, जल्द ही एक गरिमामय समारोह में इन सभी अधिकारियों को मुख्यमंत्री के हाथों यह सम्मान प्रदान किया जाएगा। यह आयोजन न केवल पुलिस बल के गौरव का प्रतीक बनेगा, बल्कि जनसाधारण में विश्वास की भावना को और सुदृढ़ करेगा।


