भटनेर पोस्ट डॉट कॉम.
राजस्थान में मतदान की निर्धारित अवधि भले खत्म हो गई हो लेकिन बूथ के भीतर लाइन में लगे मतदाता अभी वोट देने के लिए कतारों में खड़े हैं। इस बीच, राज्य में संभावित सरकार और लेकर कयास लगाए जाने लगे हैं। हालांकि फलौदी का सट्टा बाजार इस मामले में बेहद सटीक आकलन करता रहा है। इसलिए उसके आकलन की पड़ताल करें तो मतदान के दौरान ही सट्टा बाजार ने बीजेपी को पूर्ण बहुमत का दावा किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मार्केट ने भाजपा को 122 से 124 सीटों पर विजयी होने का दावा किया है जबकि कांग्रेस के महज 62 से 66 सीटों पर सिमटने की संभावना जताई जा रही है। देखा जाए तो पीएम नरेंद्र मोदी की सभाओं के बाद कांग्रेस की सीटों को लेकर भाव में बढ़ोत्तरी हुई यानी मोदी की सभाओं से बीजेपी को फायदा होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
सट्टा मार्केट में भाजपा का भाव 25 पैसे चल रहा है तो कांग्रेस का भाव 3.5 से 4 रुपए तक बताया जा रहा है। खास बात है कि भाव जितना कम होगा, उतनी की मजबूत स्थिति मानी जाती है। इस लिहाज से कांग्रेस की स्थिति कमजोर मानी जा रही है।
सट्टा मार्केट में भाजपा का भाव 25 पैसे चल रहा है तो कांग्रेस का भाव 3.5 से 4 रुपए तक बताया जा रहा है। खास बात है कि भाव जितना कम होगा, उतनी की मजबूत स्थिति मानी जाती है। इस लिहाज से कांग्रेस की स्थिति कमजोर मानी जा रही है।
वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक अरुण कुमार झा ‘भटनेर पोस्ट’ से कहते हैं, ‘सट्टा बाजार का अपना खेल है। इस पर ज्यादा कुछ कहना ठीक नहीं। हां, प्रारंभिक तौर पर मतदान के जो रुझान आए हैं, उनमें बीजेपी को बढ़त मिलती दिख रही है। कांग्रेस उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं करते दिख रही है। बड़ा कारण पूर्वी राजस्थान में कांग्रेस का कमजोर प्रदर्शन माना जा रहा है। गुर्जर वोट का कांग्रेस से खिसकना एक फैक्टर हो सकता है। शेखावाटी में कांग्रेस मजबूत स्थिति में आ सकती है। वहीं, मारवाड़ में कांग्रेस अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाएगी, ऐसा माना जा रहा है। मेवाड़ में पहले से बेहतर प्रदर्शन के बावजूद कांग्रेस भाजपा से पीछे रहेगी, ऐसा लग रहा है। हां, कर्मचारियों की मानें तो सरकार कांग्रेस की आती दिख रही है। कुल मिलाकर देखा जाए तो अभी सस्पेंस की स्थिति है। 26 नवंबर शाम तक बेहतरीन विश्लेषण की स्थिति सामने आ जाएगी।’