भटनेर पोस्ट चुनाव डेस्क.
भाजपा ने चुनाव से पहले लोकलुभावन घोषणापत्र जारी कर जनता को आकर्षित करने का प्रयास किया है। दिलचस्प बात है कि बीजेपी के घोषणापत्र में कांग्रेस की गारंटी स्कीम छाया नजर आती है। मसलन, कांग्रेस ने पशुपालकों के गोबर खरीदने की गारंटी दी है तो बीजेपी ने भी उसी तर्ज को अपनाते हुए गौसंवर्द्धन योजना के तहत गोबर और गोमूत्र खरीदने का वादा किया है।
खास बात है कि कांग्रेस ने ओल्प पेंशन स्कीम का दांव खेलकर भाजपा को निरुत्तर सा कर दिया है। घोषणापत्र में ओपीएस पर बीजेपी की चुप्पी से कर्मचारियों की हैरानी लाजिमी है। पार्टी ने इसको लेकर कोई वादा नहीं किया है और न ही इसके विकल्प को लेकर कोई बात कही है।
80 पेज के अपने घोषणा पत्र में 24 वही घोषणाएं हैं जिन्हें पार्टी ने साल 2018 में शामिल किया था। इसमें गहलोत सरकार की योजनाओं पर भी फोकस किया गया है।
खास बात है कि कांग्रेस ने ओल्प पेंशन स्कीम का दांव खेलकर भाजपा को निरुत्तर सा कर दिया है। घोषणापत्र में ओपीएस पर बीजेपी की चुप्पी से कर्मचारियों की हैरानी लाजिमी है। पार्टी ने इसको लेकर कोई वादा नहीं किया है और न ही इसके विकल्प को लेकर कोई बात कही है।
80 पेज के अपने घोषणा पत्र में 24 वही घोषणाएं हैं जिन्हें पार्टी ने साल 2018 में शामिल किया था। इसमें गहलोत सरकार की योजनाओं पर भी फोकस किया गया है।