



भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
जयपुर की गर्म दोपहर में सचिवालय की एक ऑनलाइन मीटिंग में ऐसा तूफान आया कि करौली से लेकर कश्मीर तक प्रशासनिक गलियारों में खलबली मच गई। राजस्थान के मुख्य सचिव सुधांश पंत ने करौली कलेक्टर नीलाभ सक्सेना की सार्वजनिक तौर पर वह ‘क्लास’ ली कि उसकी गूंज न केवल सचिवालय के कॉरिडोर में, बल्कि सोशल मीडिया और न्यूज़ रूम्स में भी सुनाई देने लगी। मामला तब गरमा गया जब करौली कलेक्टर सक्सेना सीएस द्वारा बुलाई गई ज़िलाधिकारियों की मीटिंग में ऑनलाइन जुड़े। जब सुधांशु पंत ने पूछा कि ‘आप कहां से जुड़ रहे हैं?’ तो सक्सेना ने शांत स्वर में जवाब दिया, ‘जम्मू-कश्मीर से।’ बस फिर क्या था! जैसे ही यह जवाब मिला, मुख्य सचिव का पारा 45 डिग्री पर जा पहुँचा, ठीक उसी तापमान जैसा राजस्थान के करौली में इन दिनों चल रहा है।

सीएस पंत ने तीखे शब्दों में सवाल खड़े किए, ‘जब आपके जिले में जनता बिजली और पानी की किल्लत से जूझ रही है, तब आप ठंडी वादियों में छुट्टियां मना रहे हैं? आपने तो ‘होम टाउन’ छुट्टी ली थी, ये ‘हिल स्टेशन’ कैसे हो गया?’
मीटिंग का माहौल पल में गंभीर हो गया। वहां उपस्थित अन्य कलेक्टर्स भी एकदम चुप हो गए, जैसे किसी ने ‘माइक म्यूट’ कर दिया हो। सीएस ने यह भी कहा कि अगर सक्सेना ने अपने ‘कश्मीर ट्रिप’ की जानकारी पहले दी होती, तो उनकी छुट्टी रद्द की जा सकती थी, क्योंकि करौली में हालात ठीक नहीं हैं।
अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या इस ‘अनुशासनहीनता’ पर सीएम स्तर की कार्रवाई हो सकती है? सूत्रों का कहना है कि यह मामला अब सिर्फ ‘फटकार’ तक सीमित नहीं रहेगा। कलेक्टर की छुट्टी को लेकर जो भ्रम की स्थिति बनी, उसे प्रशासनिक संवेदनशीलता की कमी माना जा रहा है।

