नशा मुक्त समाज के लिए चिंतन, रामराज्य का अर्थ भी बताया

भटनेर पोस्ट डॉट कॉम.

नशा हनुमानगढ़ जिले को बर्बाद कर रहा है। सैकड़ों परिवार इसके दुष्परिणामों का दंश झेल चुके हैं, झेल रहे हैं। नशे के खिलाफ माहौल बनाने के लिए कई ‘कागजी’ और ‘विज्ञप्तिबाज’ संगठन झूठी वाहवाही लेकर मन को तृत्प कर रहे हैं लेकिन अरसे बाद एक कार्यक्रम ऐसा हुआ जिसमें नशे की लत से छुटकारा पाने के उपायों पर चर्चा हुई। दरअसल, जन जागरूकता अभियान का यही तरीका भी है कि सिर्फ लफ्फेबाजी न हो बल्कि समस्या के कारण और निवारण पर भी चर्चा हो। शांति एवं अहिंसा विभाग की ओर से हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर हुए कार्यक्रम में यह सब देखने को मिला। वक्ताओं ने नशे की बढ़ती लत पर चिंता जताई और इससे छुटकारा पाने के लिए उपाय भी बताए। वक्ताओं ने यह भी बताया कि गांधीवादी विचारों से नशे से कैसे लड़ा जा सकता है ? कार्यक्रम में करीब 200 से अधिक प्रतिभागी शरीक हुए।
शान्ति एवं अहिंसा विभाग के निदेशक मनीष शर्मा कहते हैं, ‘महात्मा गांधी के आदर्शों को भूलना नहीं चाहिए। गांधी का रामराज्य धर्म से जुड़ा हुआ नहीं है बल्कि यह महिला सशक्तिकरण व कौमी एकता की बात करता है। देश को आजाद करवाने के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले देशभक्तों ने आजादी के लिए अपने आप को इसलिए समर्पित नहीं किया था कि आने वाली युवा पीढ़ी आजादी के नाम पर नशा करें। सरकार नशे को मिटाने के लिए प्रयास कर रही है परंतु बिना सामाजिक बहिष्कार के इसे जड़ से खत्म नहीं किया जा सकता।’
जाहिर है, मनीष शर्मा ने इशारे ही इशारे में ‘रामराज्य’ का वास्तविक अर्थ भी बताया। नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता प्रकट करते हुए वे कहते हैं, ‘गांधी जी के निर्देशन में स्वदेशी आंदोलन में विदेशी कपड़ों की होली जलाई गई थी, उसी प्रकार अब हमें नशे की भावना का दहन करना होगा। हमें युवा पीढ़ी को रोकना व टोकना होगा, हमें उन्हें समझाना होगा कि जो नशा कर रहे हैं वह पैसे देकर खरीदा हुआ धीमा जहर है। सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करना निषेध है, हमें आमजन को इसके लिए और अधिक जागरूक करना होगा।’ शांति व अहिंसा विभाग निदेशक मनीष शर्मा के मुताबिक, आगामी प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम श्रीगंगानगर जिले में होगा क्योंकि श्रीगंगानगर जिले के संयोजक कार्यक्रम में पहुंचे है। राष्ट्र स्तरीय कार्यक्रम में जिस जिस जिले से भी प्रतिभागी पहुंचे हैं उन्ही जिलों में आगामी संभाग स्तरीय कार्यक्रम होंगे। कार्यक्रम में जिला प्रमुख कविता मेघवाल, सीईओ सुनीता चौधरी, गांधीवादी विचारक धर्मवीर कटेवा, विष्णु शर्मा, मध्यप्रदेश के गांधीवादी विचारक जयसिंह जादौन, सर्वाेदय नेता सवाई सिंह, सीडब्ल्यूसी चेयरमैन जितेंद्र गोयल, पूर्व प्रधान दयाराम जाखड़, जिला परिषद सदस्य मनीष मक्कासर, गंगानगर जिला अहिंसा प्रकोष्ठ के संयोजक प्रवीण गौड़, अश्विनी पारीक, दिनेश दाधीच, मनोज बड़सीवाल, प्रेमराज जाखड़, बलवीर सिद्धू, जय सिंह, किसान नेता अनिल सिंह, गुरमीत चंदडा आदि मौजूद थे।

 नशे के खिलाफ जागरूकता साईकल रैली 
जंक्शन स्थित आरएस होटल के आमने पौधरोपण किया और साईकल जागरूकता रैली निकाली गई। इसके तहत संडे साइकिल क्लब की पुरुष एवं महिला विंग को नशा मुक्ति संदेश के साथ हरी झंडी दिखा निदेशक मनीष शर्मा ने रवाना किया। साईकल रैली तिलक सर्किल होते हुए टाऊन स्थित ट्रैफिक थाने तक निकाली गई, जिसमें पुष्पेंद्र सिंह शेखावत, कृष्ण कुमार जांगिड़, पवन सरावगी, तेज नारायण परिहार इत्यादि ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में गैर सरकारी संस्थाओं के सदस्यों ने नशे को जड़ से खत्म करने के लिए सुझाव दिए।
 राहत कैंप से सरकार के प्रति बढ़ा विश्वास: तंवर 
जिला अहिंसा प्रकोष्ठ के संयोजक श्रवण तंवर ने राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बताया कि 52 हजार गांधी प्रेरकों का चयन कर लिया गया है, जिनको जल्द ही नियुक्ति दी जाएगी। 40 लाख से अधिक बच्चियों व महिलाओं को निशुल्क स्मार्टफोन का वितरण किया गया है, चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत राजस्थान में निशुल्क इलाज व दवाइयां उपलब्ध हो रही है। 80 लाख महिलाओं को 500 रूपए में गैस सिलेंडर का वितरण किया जा रहा है, पशुपालकों को दुधारू पशु की मौत पर 40 हजार का अनुदान दिया जा रहा है, किसानों को ट्यूबवेल चलाने के लिए 2000 यूनिट प्रतिमाह निशुल्क बिजली दी जा रही है। घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट प्रतिमाह निशुल्क बिजली दी जा रही है। महंगाई राहत कैंप की वजह से आमजन का सरकार के ऊपर विश्वास बड़ा है तथा राजीव गांधी युवा मित्र घर-घर जाकर योजनाओं से आमजन को जोड़ रहे हैं। अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना के तहत निशुल्क चीनी, नमक, खाद्य तेल, धनिया, दाल इत्यादि वितरित की जा रही है । तंवर ने कार्यक्रम में पहुंचे सभी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी को यात्रा भत्ते का भुगतान विभाग कि और से किया जाएगा। उन्होंने बताया कि तंबाकू नशे के खिलाफ प्रदेश स्तर पर उत्कृष्ठ कार्य को देखते हुए, प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है, तथा 100 में से 90 अंक प्रदान किए गए हैं।
 सामाजिक डर पैदा करने की जरूरत: दादरी 
बीसूका उपाध्यक्ष सुरेंद्र दादरी ने कहा कि सबको संकल्प लेना चाहिए कि वह अपनी स्वेच्छा से नशे को छोड़ेंगे, क्योंकि स्वयं की इच्छा ही वह शक्ति है, जिसके माध्यम से व्यक्ति नशे को छोड़ सकता है। हनुमानगढ़ और गंगानगर में नशे की प्रतिशतता अधिक है। दादरी ने कहा कि केवल कानून के डर से अपराध नहीं रुकता, समाज के डर से ही अपराध पर रोक लगती है, उसी प्रकार नशे को जड़ से खत्म करने के लिए समाज में जागरूकता तथा नशे का सामाजिक बहिष्कार अत्यंत आवश्यक है। मैं उम्मीद करता हूं कि हम सभी नशे को जड़ से खत्म कर देंगे ताकि हमें ऐसे कार्यक्रमों की आवश्यकता नहीं पड़े।

 साइक्लिंग ट्रेक जरूरी: तरुण विजय 
जिला सहसंयोजक तरुण विजय ने कहा कि हम आज यहां से संकल्प लेकर जाएं कि खुद भी नशा नहीं करेंगे तथा अन्य समाज के व्यक्तियों को भी जागरूक करेंगे । उन्होंने पर्यावरण तथा नशे के खिलाफ खेल गतिविधियों को बढ़ाने के लिए जिले में लंबे समय से चली आ रही साइकलिंग ट्रेक बनवाने कि मांग को लेकर निदेशक को मुख्यमंत्री से आग्रह करने के लिए निवेदन किया।

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