किसान आर्मी निकालेगी पदयात्रा, जानिए…क्या है कार्यक्रम ?

भटनेर पोस्ट डॉट कॉम.
संपर्ण भाखड़ा नहर प्रणाली में हिस्से के अनुरूप पानी उपलब्ध करवाने सहित अन्य मांगों को लेकर किसान आर्मी किसान एकता मिशन ने एक सितंबर से पदयात्रा शुरू करने की घोषणा की है। राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ राठौड़ ने ‘भटनेर पोस्ट’ को बताया कि इसकी तैयारी हो चुकी है। राठौड़ ने ‘आप हमारा साथ दो, हम आपको सिंचाई पानी दिलाएंगे’ का नारा बुलंद करते हुए कहाकि संपूर्ण भाखड़ा नहर प्रणाली के तहत सिद्धमुख नहर परियोजना और अमरसिंह ब्रांच क्षेत्र के किसानों को भी शामिल किया गया है। हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर जिला कृषि आधारित है और खेती-किसानी के लिए पानी बेहद जरूरी है। सिंचाई परियोजना व्यवस्था की खामियां दूर करने के लिए अब जन जागरूकता के अलावा कोई चारा नहीं बचा है। प्रथम चरण में जनजागरूकता और फि संघर्ष का रास्ता तैयार किया जाएगा। मुख्य उद्देश्य यह कि इलाके के किसानों को पानी के लिए बार-बार संघर्ष न करना पड़े।

किसान आर्मी किसान एकता यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ राठौड़ कहते हैं, ‘मूल भाखड़ा नहर क्षेत्र के लिए 2772 क्यूसेक पानी का हिस्सा निर्धारित है लेकिन पानी कभी 850 क्यसूेक तो कभी 1200 क्यूसेक छोड़ा जाता है। भाखड़ा डैम को भराव बिंदु तक भरा नहीं जाता, इससे भी किसानों को नुकसान होता है। आरडी 496 पर स्थित क्रस्ट को 4 फुट नीचा करने की जरूरत है ताकि टेल तक पानी पहुंचाया जा सके। नहरों की मरम्मत और दुरुस्तीकरण सुनिश्चत करना वक्त की मांग है। जब भी नहरों की रिलाइनिंग के लिए नहरबंदी ली जाती है तो नहर को 70 दिन के लिए बंद कर दिया जाता है इससे किसानों और आम जन के सामने पेयजल तक का संकट उत्पन्न हो जाता है जबकि हर बार रिलाइनिंग कार्य बमुश्किल 40-45 दिन होता है। ऐसे में नहरबंदी अवधि को घटाकर 45 दिन करने की जरूरत है।’

पद यात्रा का यह होगा प्रारूप
किसान आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ राठौड़ के मुताबिक, पदयात्रा दो चरणों में होगी। इसके तहत रोजाना 10 किमी का सफर तय किया जाएगा। कुल 3462 किमी की पदयात्रा प्रस्तावित है। यात्रा के दौरान कम से कम 30 किसानों का जत्था साथ रहेगा। एक सितंबर को संगरिया स्थित किसान शहीद स्मारक से पदयात्रा शुरू होगी। राजनीति से इस पदयात्रा का कोई वास्ता नहीं। हर जाति, धर्म और राजनीतिक दल से संबंधित लोग इसमें शामिल होंगे। बीच-बीच में बड़ी सामाजिक हस्ती भी पदयात्रा को समर्थन देने पहुंचेंगी। राठौड़ के मुताबिक, हमने एमएसपी पर फसलों की खरीद अनिवार्य करने और बीजों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कानून बनाने की मांग को भी रखा है। ताकि किसान धोखाधड़ी से बच सकें। पदयात्रा में प्रदेशाध्यक्ष महेंद्र कड़वा और भाखड़ा किसान संगठन के संयोजक रायसिंह जाखड़ की अहम भूमिका रहेगी।

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