“कागद” की स्मृतियां ताजा हुईं , जानिए…कैसे ?

भटनेर पोस्ट डॉट कॉम.

हनुमानगढ़ में कागद फाउंडेशन के तत्वावधान में रविवार को ओम पुरोहित कागद स्मृति साहित्यकार सम्मान समारोह हुआ। फाउंडेशन अध्यक्ष भगवती पुरोहित की अध्यक्षता में रेयान कॉलेज में हुए कार्यक्रम में दिवंगत साहित्यकार ओम पुरोहित कागद के हिन्दी व राजस्थानी साहित्य में दिए गए योगदान को याद कर पुष्पांजलि अर्पित की गई। साथ ही नए कवियों को प्रोत्साहन देकर आगे बढ़ाने को लेकर किए गए कागद के प्रयासों पर प्रकाश डाला गया। साहित्य प्रेमियों एवं साहित्यकारों ने कागद से जुड़े संस्मरण सुनाए। 
समारोह में हिन्दी साहित्य के लिए श्रीगंगानगर के कवि सुरेंद्र सुंदरम को, राजस्थानी साहित्य के लिए बीकानेर के हरीश बी शर्मा और युवा प्रतिभा के रूप में श्रीडूंगरगढ़ के कवि पूनमचंद गोदारा को कागद सम्मान से नवाजा गया।

 इससे पहले फाउंडेशन अध्यक्ष भगवती पुरोहित, मुख्य अतिथि सभापति गणेशराज बंसल, भाजपा जिलाध्यक्ष देवेन्द्र पारीक एवं शिक्षाविद् बीएल सहू ने दीप जलाकर समारोह की शुरुआत की। अतिथियों ने साहित्यकारों को सम्मानित कर कागद फाउंडेशन की साहित्य को बढ़ावा देने के प्रयासों की सराहना की। वक्ताओं ने कहा कि जब तक मायड़ भाषा के प्रेमी रहेंगे तब तक कागद जिंदा रहेंगे। किसी साहित्यकार को याद करने का यह सबसे उत्तम तरीका है कि उनकी पुण्यतिथि पर ऐसे आयोजन किए जाए।

समारोह में मरूधरा साहित्य परिषद के सचिव नरेश मेहन ने ओम पुरोहित कागद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। पवन शर्मा भादरा ने संस्मरण सुनाए। कवि मनोज देपावत, सुरेन्द्र सुंदरम तथा बालक भव्य व्यास ने कागद की कविताओं का पाठ किया। भारती पुरोहित ने कविता के जरिए कागद को याद किया। 

मंच संचालन कवि राजेश चड्ढ़ा ने किया। कार्यक्रम में डॉ. प्रेम भटनेरी, डॉ. संतोष राजपुरोहित, करणवीर सिंह, कृष्णकुमार आशु, संदेश त्यागी, गोपाल झा, अदरीस  खान, राज तिवारी, अंकिता पुरोहित, मोहित बलाडिय़ा, रामनिवास मांडण, मनोज पुरोहित, अरुण शैहरिया, भंवरलाल राठौड़, विरेन्द्र छापोला वीर, जेडी पठान, मोहनलाल वर्मा, योगेश व्यास, मीनल आदि मौजूद रहे।

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