भटनेर पोस्ट ब्यूरो. जयपुर.
राजस्थान में ब्यूरोक्रेसी की मुखिया नहीं बदलेंगी। यानी मुख्य सचिव ऊषा शर्मा ही इस पद पर बनी रहेंगी। राज्य सरकार ने एक्सटेंशन को लेकर प्रस्ताव भेजा था और केंद्र सरकार ने बिना किसी सवाल के उसे मंजूरी दे दी। अमूमन एक साथ एक्सटेंशन की अवधि तीन महीने की रही है फिर उसे बढ़ाने का प्रावधान रहा लेकिन बदलते समीकरण में सरकार ने एक साथ छह महीने का एक्सटेंशन देकर तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है। इसी साल विधानसभा चुनाव हैं, इसलिए इस एक्सटेंशन को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
जानकारों का कहना है कि मुख्य सचिव पद पर ऊषा शर्मा का कार्यकाल बढ़ने के साथ ही राज्य और केंद्र के बीच सामंजस्य होने का भी प्रमाण मिला है। ऊषा शर्मा विधानसभा स्पीकर डॉ. सीपी जोशी की रिश्तेदार हैं तथा लंबे समय तक डेपुटेशन पर दिल्ली यानी केंद्र में पदस्थापित रही हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि ब्यूरोक्रेसी में कोई अड़चन पैदा नहीं की गई। काबिलेगौर है कि 30 जून को ऊषा शर्मा का कार्यकाल खत्म हो रहा था। उन्हें आज ही रिटायर होना था लेकिन अब वे इस साल तक मुख्य सचिव बनी रहेंगी।