


भटनेर पोस्ट डेस्क.
हनुमानगढ़ टाउन की प्रतिभा और मेहनत का एक और सितारा देश की सबसे प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा में चमका है। विनय सोनी, जो वरिष्ठ अधिवक्ता शंकर सोनी के बड़े भाई रामेश्वरलाल सोनी के पौत्र और इंद्र सोनी के पुत्र हैं, ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2024 में रैंक 706 हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है। विनय की यह सफलता इसलिए भी विशेष मानी जा रही है क्योंकि यह उनका छठा प्रयास था। निरंतर परिश्रम और अटूट संकल्प का यह परिणाम है कि इस बार वे उस मुकाम तक पहुँचे, जिसका सपना लाखों प्रतिभागी देखते हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष भी विनय ने लिखित परीक्षा सफलतापूर्वक पास कर ली थी, परन्तु साक्षात्कार में थोड़े से अंतर से चयन से चूक गए थे। हालांकि, इस वर्ष किस्मत और मेहनत दोनों ने साथ दिया। इसी साल जनवरी में विनय का चयन यूपीएससी की ईपीएफओ सेवाओं में भी हो चुका है और वे 26 अप्रैल को अपनी सेवा में ज्वॉइनिंग करने जा रहे हैं।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि
विनय ने वर्ष 2016 में राजस्थान विश्वविद्यालय से बीकॉम की डिग्री प्राप्त की और इसके पश्चात नेहरू मेमोरियल लॉ कॉलेज, हनुमानगढ़ टाउन से 2022 में एलएलबी की पढ़ाई पूरी की। एलएलबी के बाद वे पूर्ण रूप से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुट गए और हर असफलता को सीढ़ी बनाते हुए आखिरकार लक्ष्य तक पहुंच ही गए।
सफलता दूर नहीं, अगर प्रयास निरंतर हो: विनय
अपनी सफलता के बारे में विनय कहते हैं, ‘लक्ष्य की तरफ निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए, सफलता दूर नहीं होती। हर बार परीक्षा में असफल होने के बाद खुद को टूटने नहीं दिया, बल्कि नई ऊर्जा से फिर जुट गया। मेरे लिए यह एक आत्मिक यात्रा थी, जिसने मुझे परिपक्व बनाया और सीखने का नजरिया दिया।’
परिवार और जिले में खुशी की लहर
विनय की इस ऐतिहासिक सफलता से परिवार, रिश्तेदारों और पूरे हनुमानगढ़ जिले में खुशी की लहर है। लोग उनके संघर्ष और समर्पण की सराहना कर रहे हैं। उनके पिता इंद्र सोनी व्यवसायी हैं और माता सुधा सोनी हाउसवाइफ। विनय के पिता इंद्र सोनी कहते हैं ‘यह मेरे परिवार के लिए गर्व का क्षण है। विनय ने दादा रामेश्वरलाल सोनी व शंकरलाल सोनी सहित पूरे परिवार का नाम रोशन किया है।’
वरिष्ठ अधिवक्ता शंकर सोनी कहते हैं, ‘विनय सोनी युवाओं के लिए रोल मॉडल हैं जिन्होंने पांच बार असफल रहने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी। विनय ने जिद और जुनून का परिचय देते हुए सफलता पर विजयी हासिल कर यह साबित कर दिया कि कोशिश करने वालों की ही जय जयकार होती है। हनुमानगढ़ के युवाओं के लिए विनय सोनी अब प्रेरणा स्रोत बन गए हैं, जो यह सिखाते हैं कि अगर नीयत साफ हो और मेहनत सच्ची हो, तो कोई भी मंज़िल नामुमकिन नहीं।’

