ऑपरेशन सिंदूर: भारत की निर्णायक कार्रवाई जिसने आतंकवाद के अड्डों को हिला डाला

भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
6-7 मई की रात डेढ़ बजे, भारतीय सेना और वायुसेना ने संयुक्त रूप से एक अत्यंत गोपनीय, सटीक और साहसिक सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया। ऑपरेशन सिंदूर। यह नाम ही इस मिशन की पवित्रता और इसके पीछे की भावना को दर्शाता है, माँ भारती के माथे का वह सिंदूर, जिसे कोई आतंकवादी हाथ कभी अपवित्र नहीं कर सकता। भारतीय सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक एयर स्ट्राइक की। जिन स्थानों को निशाना बनाया गया, वे थेरू बहावलपुर, मुरीदके, बाघ, कोटली और मुजफ्फराबाद, वो काली छायाएं जहां भारत पर हमले की साजिशें रची जाती थीं। न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, इस कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के 4, लश्कर-ए-तैयबा के 3 और हिज्बुल मुजाहिदीन के 2 प्रमुख ठिकानों को नष्ट कर दिया गया। पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स की मानें तो केवल बहावलपुर में ही लगभग 100 से अधिक आतंकियों की मौत हुई।


सैन्य सूत्रों के अनुसार, यह एक संयुक्त सैन्य अभियान था, जिसमें इंडियन आर्मी और एयरफोर्स ने मिलकर सटीक हथियारों का इस्तेमाल किया। हर बम, हर मिसाइल अपने लक्ष्य पर जाकर गिरा, आतंक के सिर पर।
भारतीय सेना ने साफ किया कि उनका निशाना पाकिस्तानी सेना नहीं, बल्कि आतंकवाद के अड्डे थे। यह भारत के सैन्य नैतिकता का प्रमाण है कि उसने केवल उन ठिकानों को तबाह किया जहां से उसके नागरिकों पर हमले की साजिशें रची जाती थीं।


पाकिस्तान की घबराहट में बदले-बदले बयान
इस जबरदस्त हमले के बाद पाकिस्तान सरकार और मीडिया बुरी तरह बौखला गए। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने दावा किया कि भारत ने केवल अपनी सीमा से मिसाइलें दागीं। वहीं पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया कि उन्होंने भारत के 5 फाइटर जेट गिरा दिए, एक ऐसा हास्यास्पद दावा जिसकी पुष्टि खुद पाकिस्तान के आईएसपीआर प्रमुख भी नहीं कर पाए। आरएसपीआर के डायरेक्टर ले. जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि भारत ने कुल 24 मिसाइलें दागीं, जिनमें से अधिकांश ने आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। उनकी उलझन इस बात से ज़ाहिर थी कि रात 2 बजे मौतों की संख्या 3 बताई गई, और सुबह 5 बजे 8 बताई गई। इसके अतिरिक्त, 35 घायल और 2 लापता बताए गए।


अमेरिका बोलो-‘यह शर्मनाक है’
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘यह शर्मनाक है। लोग जानते थे कि कुछ बड़ा होने वाला है। यह एक लंबे समय से चला आ रहा संघर्ष है। मुझे उम्मीद है कि यह जल्द खत्म होगा।’

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