



भटनेर पोस्ट डेस्क.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में निर्दाेष पर्यटकों की जान गंवाने के विरोध में हनुमानगढ़ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कैंडल मार्च निकाला। यह मार्च मुख्य बाजार के जंक्शन से शुरू होकर शहीद भगतसिंह चौक तक पहुंचा, जहां श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान और आतंकवाद के विरोध में जबरदस्त नारेबाजी की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ‘हिन्दुस्तान जिंदाबाद’, ‘इंकलाब जिंदाबाद’, ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ और ‘आतंकवाद मुर्दाबाद’ के जोरदार नारे लगाए। मार्च का समापन शहीद भगतसिंह चौक पर हुआ, जहां दो मिनट का मौन रखकर आतंकी हमले में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
डीसीसी अध्यक्ष सुरेन्द्र दादरी ने शहीद भगतसिंह चौक पर सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘यह कायराना आतंकी हमला सिर्फ निर्दाेष लोगों की जान लेने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे देश के सामाजिक ताने-बाने पर गहरी चोट है। पाकिस्तान ने इस घटना के जरिए भारत को धर्म के आधार पर तोड़ने की कोशिश की है, और इस बार उसने भारत की आंतरिक एकता को निशाना बनाया है। हमें एकजुट होकर इन नफरती ताकतों के खिलाफ संघर्ष करना होगा, और हम इस लड़ाई में जीत हासिल करेंगे।’
पीसीसी सचिव मनीष मक्कासर ने आतंकवाद को पूरी मानवता के खिलाफ अपराध करार देते हुए कहा, ‘आतंकवाद किसी भी सभ्य समाज में स्थान नहीं पा सकता। इसे सिर्फ भाषणों से नहीं, बल्कि ठोस कार्यवाही से ही खत्म किया जा सकता है।’ उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि इस चुनौतीपूर्ण समय में विपक्ष को भी विश्वास में लेकर एक साझा रणनीति बनाई जाए ताकि दुश्मन की साजिशों को नाकाम किया जा सके।
पीसीसी सदस्य भूपेन्द्र चौधरी ने कहा, ‘हम कांग्रेस पार्टी और पूरा देश सीमा पर आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं। केंद्र और जम्मू-कश्मीर की सरकार को पीड़ितों को हर संभव सहायता देने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। हम आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो कर इसे हराएंगे।’
विरोध-प्रदर्शन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के चेहरे पर जबरदस्त आक्रोश दिखाई दिया। कांग्रेस जनों ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अगर उसने भारत में अशांति पैदा करने की कोशिशें बंद नहीं कीं तो उसे 1971 की याद दिला दी जाएगी, जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान को पूरी तरह से हराकर बर्बाद कर दिया था। प्रदर्शन में पीसीसी सदस्य प्रेमराज नायक, जिला संगठन महामंत्री गुरमीत सिंह चन्दड़ा, उपाध्यक्ष करणी सिंह राठौड़, बदरूदीन टाक, जगदीश राठौड़, जयदेव भिड़ासरा, महामंत्री मनोज सैनी, गुरदीप सिंह चहल, आशाराम बड़गुजर, मनोज बड़सीवाल, इशाक खान, प्रवक्ता अश्विनी पारीक, सोशल मीडिया प्रभारी जयराम ढूकिया, कृष्ण पेन्टर, संगरिया विधायक प्रतिनिधि अरविन्द पूनिया, सचिव सुभाष घोटिया, रणवीर सिहाग, विजेन्द्र साईं, लोकेन्द्र भाटी, बलराज सिंह, मोहम्मद हुसैन खोखर, हरी सैनी, गुरविन्द्र शर्मा, ओबीसी कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनमोहन सोनी, कामगार कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामस्वरूप भाटी, विधि विभाग अध्यक्ष विजय गोंद, चेतराम खीचड़, जावेद टाक, इन्द्र पूनिया, प्रकाश जैन, सेवादल से जयपाल गिरी, मामराज परिहार, बंशीलाल, खुशी अमलानी, रामनिवास वर्मा, जितेन्द्र नगराना, सुमित वर्मा, अमित सहू ढाणी लाल खां, देशराज बागड़ी, विकास सैनी, गोपाल कृष्ण, गुरदीप सिंह सरपंच माणकसर, पदम सिंह राठौड़, कलवंत सिंह, अनूप चौधरी, सुखप्रीत सिंह, पालसिंह रामपुरिया, जगदीश जांदू, ओमप्रकाश सैनी, संजय जांदू, विजय टाक, शंकर जैदिया, ओम सोनी, यादविन्द्र शर्मा, विनोद जाखड़ नौरंगदेसर, कर्मसिंह रतन, अनिश टाक, सन्नी रैगर, रवि रैगर, विरेन्द्र सिसोदिया, नरपत, इशाक चायनाण, मोहम्मद हनीफ, कान्ता लाडवा, आसनदास, डॉ. शहनाज पठान, रणवीर लोहरा, अनिल गोदारा, मोहनलाल इन्दलिया, सुरेन्द्र खटीक, चरणजीत सिंह, रिंकू, मनीष, कुणाल, शाहरूख कुरैशी, गंगाराम, अमजद खान प्रधान, तारिफ खान, गोविन्द रैगर, मुकेश देहडू, रोहित स्वामी सरपंच, कुलवंत सिंह आदि मौजूद रहे।
डीसीसी प्रवक्ता अश्विानी पारीक ने बताया कि यह कैंडल मार्च और श्रद्धांजलि सभा न केवल पहलगाम के आतंकी हमले में मारे गए निर्दाेष पर्यटकों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने का अवसर था, बल्कि यह आतंकवाद और उसे समर्थन देने वाली शक्तियों के खिलाफ भारत की लोकतांत्रिक और शांतिप्रिय जनता की एकजुटता का सशक्त संदेश भी था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपने एकजुट होने और आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया।


