



डॉ. संतोष राजपुरोहित.
राजस्थान भारत में सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी राज्य है। यहां की भौगोलिक स्थितियां, जैसे कि विस्तृत रेगिस्तानी क्षेत्र, ऊष्णकटिबंधीय जलवायु और उच्च सौर विकिरण, इसे सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए आदर्श बनाती हैं। राजस्थान की अर्थव्यवस्था में सौर ऊर्जा का महत्वपूर्ण योगदान है, जो न केवल ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देता है बल्कि रोजगार सृजन और पर्यावरण संरक्षण में भी मदद करता है।
सौर ऊर्जा की वर्तमान स्थिति
भारत में हिस्सेदारी:
राजस्थान भारत में सौर ऊर्जा उत्पादन में शीर्ष स्थान पर है। अप्रैल 2024 तक, राज्य की कुल सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता 25 गीगावॉट से अधिक थी, जो भारत की कुल सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता का लगभग 27 फीसद है।
बड़े सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट्स
भडला सोलर पार्क:
राजस्थान के जोधपुर जिले में स्थित भडला सोलर पार्क दुनिया का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा पार्क है, जिसकी उत्पादन क्षमता 2.25 गीगावॉट है।
कुसुम योजना
किसानों के लिए सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई परियोजनाएं, जो उन्हें सस्ती और सतत ऊर्जा प्रदान करती हैं।
विकास दर
पिछले 5 वर्षों में राजस्थान में सौर ऊर्जा उत्पादन में लगभग 20 फीसद की वार्षिक वृद्धि देखी गई है।
अर्थव्यवस्था में योगदान
ऊर्जा लागत में कमी
सौर ऊर्जा के कारण राजस्थान में बिजली उत्पादन की लागत में कमी आई है। यह राज्य की औद्योगिक इकाइयों और घरेलू उपभोक्ताओं के लिए लाभकारी है।
रोजगार सृजन
सौर ऊर्जा परियोजनाओं के निर्माण, संचालन और रखरखाव में हजारों लोगों को रोजगार मिला है।
कृषि क्षेत्र को समर्थन
कुसुम योजना और अन्य सौर ऊर्जा योजनाओं के माध्यम से किसानों को सस्ती ऊर्जा उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे उनकी उत्पादन लागत में कमी आई है।
विदेशी निवेश
राजस्थान में सौर ऊर्जा क्षेत्र में विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने निवेश किया है, जो राज्य के आर्थिक विकास को गति दे रहा है।
पर्यावरणीय लाभ
कार्बन उत्सर्जन में कमी
सौर ऊर्जा परियोजनाओं के कारण राज्य में सालाना 50 मिलियन टन सीओ टू उत्सर्जन कम हुआ है।
पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता घटाना
राजस्थान सौर ऊर्जा के माध्यम से कोयला और अन्य पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता को कम करने में सफल हुआ है।
चुनौतियां
ऊर्जा भंडारण की समस्या
सौर ऊर्जा का उत्पादन केवल दिन के समय संभव है, जिससे ऊर्जा भंडारण तकनीकों की आवश्यकता होती है।
भूमि अधिग्रहण
बड़ी परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण करना कठिन है।
सामाजिक प्रभाव
कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में इन परियोजनाओं के कारण विस्थापन और सामाजिक समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं।
निष्कर्ष
राजस्थान ने सौर ऊर्जा क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रगति की है और यह भारत के लिए नवीकरणीय ऊर्जा का केंद्र बन चुका है। सौर ऊर्जा ने न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है बल्कि इसे पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी लाभकारी बनाया है। हालांकि, चुनौतियों का समाधान कर राज्य इस क्षेत्र में और भी उन्नति कर सकता है। सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ाकर राजस्थान न केवल अपनी ऊर्जा जरूरतें पूरी कर सकता है, बल्कि भारत के अन्य राज्यों के लिए एक उदाहरण भी प्रस्तुत कर सकता है।
-लेखक राजस्थान आर्थिक परिषद के पूर्व अध्यक्ष हैं

