भटनेर पोस्ट न्यूज. हनुमानगढ़.
विधानसभा चुनाव के लिए बिसात बिछाए जाने लगे हैं। हनुमानगढ़ विधानसभा सीट पर इस बार दिलचस्प चुनाव होने की उम्मीद है। पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप व मौजूदा विधायक चौधरी विनोद कुमार की सक्रियता से साफ लग रहा कि वे अपनी सियासी जमीन को खाली नहीं छोड़ेंगे बल्कि चुनाव मैदान में उतरेंगे। वहीं, दोनों के लिए चुनौती पेश कर रहे हैं नगरपरिषद सभापति गणेशराज बंसल। शहर की सरकार के मुखिया होने बावजूद अब वे ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने की जुगत में हैं। अब तक वे विधानसभा क्षेत्र के अधिकांश गांवों का दौरा कर चुके हैं और नुक्कड़ सभाओं में खुलकर अपनी बात रख रहे हैं। बंसल शहर में करवाए विकास कार्यों को देखते हुए विधानसभा क्षेत्र से प्रतिनिधित्व करने का अवसर मांग रहे हैं। वे इस दौरान हनुमानगढ़ सीट पर बरसों से काबिज दो राजनीतिक परिवारों पर निशाना साधने से नहीं चूक रहे। उन्होंने शहर के विकास कार्यों को अपनी योग्यता और दोनों परिवारों की राजनीतिक सक्रियता को वंशवाद का नाम दिया है। इस तरह वे एक तीर से दो निशाने साध रहे हैं। वे आम जनता के बीच ‘विकास बनाम वंशवाद’ का नारा देकर सहयोग हासिल करने की तैयारी में दिख रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गणेशराज बंसल आम जन से कहने लगे हैं कि हनुमानगढ की राजनीति में करीब चार दशक तक दो परिवारों का दबदबा रहा है। अब दोनों नेता बुजुर्ग हो गए हैं तो अपने-अपने पुत्रों को तैयार कर रहे हैं। लेकिन यह राजतंत्र नहीं लोकतंत्र है। यहां पर जनता के फैसले से कोई जनप्रतिनिधि बनता है। बंसल 40 साल के मुकाबले अपने सवा तीन वर्ष के कार्यकाल की तुलना कर सहयोग मांग रहे हैं। यह दीगर बात है कि पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप व विधायक चौधरी विनोद कुमार अभी सार्वजनिक तौर पर बंसल को लेकर कोई बयान देने से बच रहे हैं। ऐसे में इसी साल होने वाला चुनाव बेहद दिलचस्प होगा, इसमें दो राय नहीं।