भटनेर पोस्ट न्यूज. जयपुर.
राज्य में 2019 की तुलना में राज्य में 5 प्रतिशत अपराध कम हुए हैं जबकि 17 राज्यों में अपराधों की संख्या बढ़ी हैं। गुजरात में 69 प्रतिशत, हरियाणा में 24 प्रतिशत तथा मध्यप्रदेश में 20 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई है। पुलिस अकादमी में आरपीएस के दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि महिला अपराधों की रोकथाम राज्य सरकार की मुख्य प्राथमिकता है। राज्य में बलात्कार के अपराधों में लगने वाला अनुसंधान समय 2018 की तुलना में 274 से घटकर 68 दिन रह गया है, वहीं पॉक्सो अनुसंधान का समय 232 से घटकर 66 दिन रह गया है। दुष्कर्म मामलों में प्रदेश में 12 अपराधियों को मृत्युदण्ड, 466 को 20 साल से आजीवन कारावास तथा 750 को अन्य सजाएं सुनाई गई हैं। महिलाओं को त्वरित न्याय के लिए जिला स्तर पर स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट क्राइम अगेन्स्ट वूमेन की स्थापना की गई है। पुलिस में प्रशासनिक प्रबंधन बेहतर करने के लिए पुलिसकर्मियों के साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था भी शुरू की जा रही है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा श्रेष्ठ प्रशिक्षणार्थियों को पुरस्कृत किया गया। उन्होंने ओवर-ऑल बेस्ट कृष्णराज जांगिड़, बेस्ट इन आउटडोर कृष्णराज जांगिड़, बेस्ट इन फोरेंसिक इन्वेस्टिगेशन मेघा गोयल, बेस्ट इन इंडोर मीनाक्षी को पुरस्कार प्रदान किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक माधोसिंह सोढा एवं राजेन्द्र नैन को राष्ट्रपति पुलिस पदक, अमीन हसन, संत लाल मीणा, ओमप्रकाश वर्मा, विनय कुमार व्यास, हनुमान प्रसाद, दशरथ सिंह, जोगेंद्र कौर, गिरधारी लाल शर्मा, मुरार खां, भूरीलाल, कंवर लाल बिश्नोई, मदा राम, गजबी लाल, मुश्ताक कुरैशी तथा शकरू खां को पुलिस पदक प्रदान किया। पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने राजस्थान पुलिस के सुदृढीकरण एवं आधुनिकीकरण के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने प्रशिक्षुओं से पूर्ण निष्ठा, ईमानदारी व सेवा भावना से कार्य करने का आह्वान किया। राजस्थान पुलिस अकादमी के निदेशक राजीव शर्मा ने अपने स्वागत उद्बोधन में बताया कि आरपीएस प्रोबेशनर बैच संख्या 53 में 35 अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। उन्होंने आरपीए की विभिन्न उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया एवं पुलिस प्रशिक्षण संस्थानों को सुदृढ़ करने के लिए किए गए प्रावधानों के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।