भटनेर पोस्ट न्यूज. हनुमानगढ़.
घग्घर बहाव क्षेत्र में बाढ़ की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार सीधे तौर पर सजगता दिखाती नजर आई। मुख्य सचिव उषा शर्मा ने वीसी के माध्यम से कलक्टर रुक्मणि रियार से हालात का जायजा लिया। मुख्य सचिव ने कलक्टर से दो टूक कहाकि किसी भी तरह के सहयोग की जरूरत हो, फौरन कहें। व्यवस्थाओं में खामियों की वजह से कोई नुकसान नहीं होना चाहिए। मुख्य सचिव ने साफ तौर पर कहाकि किसी तरह की जान माल का नुकसान सहन करना संभव नहीं। इसलिए गंभीरता दिखाते हुए कार्ययोजनाएं बनाएं और उसे अमल में लाने के लिए पुख्ता बंदोबस्त करें।
वीसी खत्म होने के साथ ही कलक्टर रुक्मणि रियार व एसपी सुधीर चौधरी उन गांवों की तरफ कूच कर गए जहां बाढ़ का सर्वाधिक खतरा है। कलक्टर ने पीलीबंगा क्षेत्र में जाकर ग्रामीणों से समझाइश की और उन्हें गांव खाली करने का आग्रह किया। कलक्टर ने कहाकि जान है तो जहान है, इसलिए पहली प्राथमिकता जान बचाने की होनी चाहिए। इसमें प्रशासन उनके साथ है। रहने और भोजन सहित दवाई आदि की पुख्ता व्यवस्था की गई है। हर गांव के लिए अलग-अलग कैम्प की व्यवस्था की गई है।
उधर, सरकार ने पांच आरएएस अधिकारियों को हनुमानगढ़ और चार अधिकारियों को श्रीगंगानगर भेजने के निर्देश दिए। संभागीय आयुक्त ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रामरतन सौंकरिया, सुनीता चौधरी, अजीत सिंह, अशोक सांगवा व केएल सोनगरा को हनुमानगढ़ लगाया है। ये अधिकारी संभावित बाढ़ को देखते हुए इंतमाजात देखेंगे।