भटनेर पोस्ट डॉट कॉम.
भारतीय पुलिस सेवा 2010 बैच के अधिकारी राजीव पचार बेहद ईमानदार
और राजस्थान के टॉप अधिकारी में शामिल हैं। वे स्वभाव से सौम्य और सरल हैं। राजस्थान पुलिस के स्लोगन ‘अपराधियों में भय और आम जन में विश्वास’ को साकार करते हैं। ‘भटनेर पोस्ट डॉट कॉम’ को राज्य भर से मिली प्रतिक्रिया का यही सार है। दरअसल, भटनेर पोस्ट डॉट कॉम’ ने 13 अक्टूबर को आईपीएस राजीव पचार के 13 वर्ष के कॅरिअर में आए उतार-चढ़ाव और विवादित कार्यकाल को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इसके बाद राज्य के अलग-अलग हिस्सों से काफी प्रतिक्रियाएं आईं। प्रतिक्रिया देने वालों में कई वरिष्ठ पत्रकार, प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी तथा सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं।
राजस्थान प्रशासनिक सेवा के एक वरिष्ठ अधिकारी ‘भटनेर पोस्ट’ से कहते हैं, ‘पचार साहब जैसा अधिकारी पुलिस महकमे में नाम लेने लायक हैं। आईपीएस अजय सिंह लांबा और राजीव पचार विरले अधिकारी हैं तो भ्रष्टाचार को आसपास फटकने तक नहीं देते। हां, विवादित कार्यकाल का यही बड़ा कारण है कि वे सिद्धांतों के साथ समझौता नहीं करते। हनुमानगढ़ का सौभाग्य है, उसे पचार साहब जैसा ईमानदार एसपी मिल रहा है।’
वरिष्ठ पत्रकार व ‘द पुलिस पोस्ट’ के चीफ एडिटर उपेंद्र सिंह राठौड़ कहते हैं, ‘राजीव पचार सरल और सौम्य स्वभाव के अधिकारी हैं। आप इन्हें दबंग आईपीएस ऑफिसर कह सकते हैं। पीड़ितों को धैर्य के साथ सुनना और त्वरित कार्रवाई करना इनका स्वभाव है।’
अलवर के सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद शर्मा कहते हैं, ‘यह सही है कि पचार का कार्यकाल विवादों में रहा है लेकिन व्यक्तिगत तौर पर उनका कोई मुकाबला नहीं है। महकमा ही ऐसा है कि अच्छा आदमी इसमें फिट नहीं बैठता है। वे हर जगह राजनीति के शिकार हुए हैं।’
जैसलमेर में पदस्थापित एक अधिकारी के मुताबिक, आईपीएस राजीव पचार सरल इंसान हैं। वे राजनीतिक खेल को समझ नहीं पाते, इसलिए विवादों में आ जाते हैं।’
वहीं, जयपुर में पदस्थापित एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कहते हैं, ‘राजीव जैसे 25 अधिकारी हो जाएं तो राजस्थान में अपराधियों का रहना मुश्किल हो जाए।’