भटनेर पोस्ट सिटी डेस्क.
रोड एक्सीडेंट में कमी लाने और पब्लिक को सड़क सुरक्षा नियमों के बारे में जागरूक बनाने के लिए हनुमानगढ़ जिला प्रशासन ने अनूठी पहल की है। कलक्टर कानाराम की अध्यक्षता में हुई उच्चाधिकारियों की मीटिंग में सड़क सुरक्षा माह मनाने का निर्णय हुआ। खास बात है, इस खास अभियान को ‘परवाह थीम’ पर चलाने का निर्णय किया गया है। यानी हर व्यक्ति अपने परिवार की परवाह करे। अपने परिवार के प्रति संवेदनशील रहे। यानी सड़क पर निकलने से पहले सड़क के कानून को फॉलो करने को लेकर खुद को तैयार रखे। अभियान को लेकर एक और बड़ी बात यह कि इस बार सड़क सुरक्षा की औपचारिकता सप्ताह भर में पूरी नहीं होगी बल्कि इसे महीने भर चलाने का प्लान है। बैठक में सबसे अहम बात यह निकलकर आई कि अब सरकारी कर्मचारियों को भी सड़क सुरक्षा को लेकर जिम्मेदार बनाने का फैसला किया गया है। कलेक्टर काना राम ने सभी विभागाध्यक्षों और कार्यालयाध्यक्षों को अपने अधीनस्थ कार्यालयों में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को वाहन चलाते समय सड़क सुरक्षा नियमों की पालना के निर्देश दिए। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि पूरे महीने कोहरे का प्रकोप रहेगा, जिसे देखते हुए जिस भी टोल से वाहन निकले, उनको चेक करें कि उनके रिफ्लेक्टर लगे हों। ऐसा कोई भी वाहन नहीं मिलना चाहिए, जिस पर रिफ्लेक्टर नहीं लगा हो। कलेक्टर ने शहरी क्षेत्र में कम रोशनी की वजह से हो रही दुर्घटना को रोकने के लिए रोशनी की उचित व्यवस्था करने, सड़कों पर बिजली पोल होने पर उन्हें शिफ्ट करने, ढीले तारों को कसने, वाहनों की फिटनेस जांच करवाने, रोड सेफ्टी कॉर्नर स्थापित करने, चिकित्सा विभाग को रिस्पांस टाइम कम करने, अवैध पार्किंग ना हो यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि 1 से 31 जनवरी तक ‘सड़क सुरक्षा माह‘ आयोजित किया जा रहा है, जिसकी थीम ‘परवाह‘ है। सभी के प्रयासों से ही सड़क दुघर्टनाओं में कमी के साथ जान-माल में कमी लाई जा सकेगी और ‘सड़क सुरक्षा जन जाग्रति अभियान‘ को सफल बनाया जा सकेगा।
डीटीओ संजीव चौधरी ने बताया कि राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के तहत रोजाना कार्यक्रम होंगे। 4 जनवरी को आयुष्मान जीवन रक्षा योजना का प्रचार प्रसार, 5 जनवरी को ऑटोमोबाइल डीलर्स द्वारा रोड सेफ्टी कॉर्नर की स्थापना, 6 जनवरी को बिना हेलमेट, सीट बेल्ट एवं गति, मोबाइल का प्रयोग, नशे में वाहन चलाने वालों को नियमों की जानकारी दी जाएगी। आपको बता दें कि महीने भर जागरूकता को लेकर अलग-अलग कार्यक्रम किए जाएंगे।