भटनेर पोस्ट पॉलिटिकल डेस्क.
हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय स्थित दुर्गा मंदिर धर्मशाला परिसर में भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) का 24 वां राज्य सम्मेलन हो रहा है। इसमें माकपा के दिग्गज नेता शिरकत कर रहे हैं। उद्घाटन के मौके पर जनसभा हुई। इसमें पोलित ब्यूरो सदस्य व राज्य सभा सांसद बृंदा करात, अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय महासचिव बीजू कृष्णन, सांसद कॉमरेड अमराराम, पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल, रामेश्वर सिंह वर्मा, फूलचंद बर्बर, दुलीचंद बलौदा, पूर्व विधायक व जिला सचिव बलवान पूनिया, श्योपत मेघवाल, रघुवीर सिंह वर्मा, सुमित्रा चोपड़ा, किशन पारीक आदि ने अपनी बात रखी। अध्यक्षता कॉमरेड आत्मा सिंह ने की,। सभा में बड़ी संख्या में किसान, मजदूर व महिलाओं सहित माकपा कार्यकर्ता शामिल हुए।
पोलित ब्यूरो सदस्य व राज्य सभा सांसद बृंदा करात ने रामनाथ कोविंद समिति की सिफारिशों के आधार पर केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकार की गई ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ अवधारणा का कड़ा विरोध किया। उन्होंने कहाकि संसद, राज्य विधानसभाओं और स्थानीय निकायों के एक साथ चुनाव कराने के लिए उठाए जाने वाले कदम संसदीय लोकतांत्रिक प्रणाली और संघीय ढांचे को कमजोर करेंगे। यह राज्य विधानसभाओं और लोकसभा के लिए पांच साल के कार्यकाल की संवैधानिक योजना का उल्लंघन करेगा। बृंदा करात ने कहाकि एक देश एक चुनाव एक केंद्रीकृत और एकात्मक प्रणाली लाएगा जो राज्यों और उनके निर्वाचित विधानसभाओं के अधिकारों को कुचल देगा।
करात ने कहा कि भाजपा और आरएसएस नीत मोदी सरकार के पिछले 10 साल के दौरान भूख और कुपोषण की भयावहता, बढ़ती बेरोज़गारी, कमरतोड़ महंगाई, सांप्रदायिक और जातिवादी हमलों में वृद्धि हुई है और महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ़ हिंसा व क्रूरता बढ़ी है। संवैधानिक अधिकारों और संस्थानों को बर्बाद करने में सारी हदें पार किएग गए। वहीं अब संसद में संविधान पर बहस कराने में लगे है, यह अपने आप में विचित्र बात है
वृंदा करात बोलीं-मोदी सरकार ने अरबपतियों और बड़े कॉरपोरेट्स पर करों में कटौती करके और कॉरपोरेट्स को ऋण माफ़ करने सहित सभी तरह की रियायतें देकर उन्हें खुश किया है लेकिन अप्रत्यक्ष करों को और अधिक बढ़ाकर गरीबों पर कर लगा रही है। उन्होंने मनरेगा की कामगार महिलाओं की दयनीय स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की। बृंदा ने पंजाब और नोएडा के किसानों की अनदेखी को लेकर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा।
पूर्व विधायक हेतराम बेनीवाल ने कहा कि श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ जिला मजदूरों व किसानों की मजबूत लड़ाई का केंद्र रहा है। पूरे देश को यहां के किसान ने संघर्ष की राह दिखाई है। बेनीवाल ने अपने संबोधन में किसान आंदोलन के अनुभवों को साझा किया।
माकपा जिला सचिव व पूर्व विधायक बलवान पूनिया ने कहा कि अगले तीन दिनों तक प्रदेश भर से चुनिंदा पार्टी प्रतिनिधि हनुमानगढ़ में रहेंगे और प्रदेश की राजनीति में अमूल चूल बदलाव करने और जनता के जनवादी संघर्षों को मजबूत करने की रणनीति तैयार करेंगे। विस्तृत चर्चा के बाद राज्य नेतृत्व का चुनाव भी राज्य सम्मेलन के अंतिम दिन किया जाएगा।
सम्मेलन के प्रथम सत्र की शुरुआत ध्वजारोहण के साथ विधिवत शुरुआत की गई। ध्वजारोहण पूर्व विधायक कॉमरेड हेतराम बेनीवाल ने किया। इस मौके पर पोलित ब्यूरो सदस्य कॉमरेड प्रकाश करात भी मौजूद रहे।
संसद में अडानी पर चर्चा के लिए सरकार तैयार नहीं: अमराराम
सांसद अमराराम ने कहाकि अडानी द्वारा सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने मामला भारत में नहीं बल्कि अमेरिका में उनकी आपराधिक न्याय प्रणाली के माध्यम से उजागर हुआ है। यह केंद्र सरकार के लिए शर्मनाक बात है क्योंकि गौतम अडानी और उनके व्यापारिक साम्राज्य को उनकी गैरकानूनी और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए मोदी सरकार का पूरा संरक्षण मिला हुआ है। उससे पूर्व भी प्रधानमंत्री मोदी ने खुद अडानी को हिंडनबर्ग खुलासे से उत्पन्न आरोपों पर भी जांच या अभियोजन से बचाया था। कॉमरेड अमराराम ने कहा कि मोदी सरकार अब परदे के पीछे छिप नहीं सकती, वे 15 दिन से संसद में अदानी मामले में मुंह नहीं खोल रहे हैं, जबकि उन्हें केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को संयुक्त राज्य अमेरिका में अभियोजन पक्ष द्वारा उपलब्ध कराई गई सामग्री के आधार पर तुरंत मामला दर्ज करने का निर्देश दिया जाना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं करके मोदी कार्पाेरेट घरानों से अपने घनिष्ठ संबंधों को स्पष्ट कर रहे है। किसान पिछले लंबे समय से अपनी उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग कर रहा है जबकि केंद्र सरकार किसानों की बात सुनने के लिए तैयार नहीं है। अमराराम ने कहा कि जहां कॉमरेडो का शासन रहा है, उनके मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों पर भाजपा ईडी के छापे नहीं मार पाई चूंकि हमने देश में ईमानदार और संघर्षशील राजनीति को आगे बढ़ाया है।