हनुमानगढ़ जिले के लोगों ! गौर से सुनिए! प्रशासन कुछ कह रहा है !

भटनेर पोस्ट डॉट कॉम.
घग्घर बहाव क्षेत्र में बाढ़ की आशंका के बीच संभावित खतरे से निपटने को लेकर प्रशासन अपने स्तर पर समुचित कार्रवाई कर रहा है। प्रशासन की ओर से शाम पत्रकारों के लिए सूचना जारी की गई। दो पेज के इस प्रेस नोट में सबसे पहले घग्घर बहाव क्षेत्र में प्रवाहित पानी की मात्रा की जानकारी दी गई है। इसमें बताया कि गया कि दोपहर दो बजे घग्घर बहाव क्षेत्र के ओटू हैड पर 26300 क्यूसेक, घग्घर साइफन 12200 क्यूसेक, नाली बैड-4800 क्यूसेक, आरडी 42-7300 क्यूसेक, एसओजी 1750 क्यूसेक, आरडी 133-2000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। ओटू हैड से पानी रिलीज किया गया है, जिसके आगामी कुछ घंटों में पहुंचने का अनुमान है।
प्रेस नोट में बताया गया है कि कलक्टर रुक्मणि रियार के ‘अथक प्रयासों से इतिहास में पहली बार’ घग्घर साइफन से आईजीएनपी में पानी डाला जा रहा है और इसके गेटों को खोला गया है। अब पानी स्थानांतरित होना प्रारंभ हो गया है, जिससे नाली बैड और जीडीसी पर पानी का दबाव कम हो रहा है।
तीन विधानसभा क्षेत्रों में 55 राहत केंद्र
जिले में संगरिया, हनुमानगढ़ और पीलीबंगा यानी तीन विधानसभा क्षेत्र घग्घर बहाव क्षेत्र में आते हैं। कुल 55 राहत केंद्रों को चिह्नित किया गया है जिसमे अति संवेदनशील क्षेत्रों के लिए 33 राहत केंद्रों में व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से शुरू कर दिया गया है। राहत केंद्रों में भोजन, आवास, पानी, साफ-सफाई और शौचालय आदि व्यवस्थाओं के लिए विभिन्न प्रभारी लगाए गए हैं।
टिब्बी: पन्नीवाली, पीरकामडिया, शेरेकां व कमरानी गांव से विस्थापित करीब 3800 आबादी के लिए 14 राहत केंद्र बनाए गए हैं। अब तक प्रशासन की अपील से 310 व्यक्ति सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं।
हनुमानगढ़: अमरपुरा थेड़ी, मक्कासर, करनीसर, सहजीपुरा, बहलोलनगर, 7 एसएनम 3 एसएनएम गांव की विस्थापित करने योग्य 3250 आबादी के लिए 12 राहत केंद्र बनाए गए हैं। अब तक कुल 184 नागरिक प्रशासन की समझाइश से शिफ्ट हो गए हैं।
पीलीबंगा: 23 एसटीजी. 26 एसटीजी, 29 एसटीजी चक/गांव की विस्थापित करने योग्य 2700 आबादी के लिए 7 राहत केंद्र बनाए गए हैं। अब तक लगभग 200 व्यक्ति सुरक्षित स्थानों पर चले गए है।
प्रशासन की अपील
-घग्घर नदी के बहाव क्षेत्र के अतिसंवेदनशील क्षेत्र में निवास करने वाले आमजन सुरक्षित स्थानों पर अथवा प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत केंद्रों में प्रस्थान करें।
-पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर भिजवा दें। पशु चरवाहे नाली क्षेत्र से दूर रहे। आम नागरिक नदी बहाव क्षेत्र से दूर रहे नालों एवं जलभराव वाले क्षेत्रों में अनावश्यक रूप से नहीं जाएं।
-तेज बहाव में वाहन न उतारे पानी निकलने वाली रपट से नहीं गुजरे।
-तेज बहाव के समय आसपास के बिजली के तारों के टूटने एवं खंबों के गिरने की संभावना रहती है, अतः सावधानी रखें।
-बैटरी से संचालित मोबाईल, इनवर्टन इत्यादि उपकरणों को चार्ज रखें।
-आपातकालीन स्थितियों के लिए एक थैली सूखे कपडे, दवाइयों की किट टॉर्च मोबाइल, रस्सी इत्यादि सामान अपने पास रखें। घर में रखे कीमती सामान समय रहते सुरक्षित कर लें।
कंट्रोल रूम/आपातकालीन नंबर
बाढ नियंत्रण कक्ष 01552-260793, 01552-244288
जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष 01552-260299
ड्रेनेज खण्ड में स्थापित नियंत्रण कक्ष 01552-260079
पीलीबंगा नियंत्रण कक्ष 01508233313
टिब्बी नियंत्रण कक्ष 01539-234123

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