भटनेर पोस्ट ब्यूरो.
हनुमानगढ़ विधानसभा सीट से बीजेपी टिकट मांग रहे नगरपरिषद सभापति गणेशराज बंसल पर लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं। वे पिछले छह महीने से गांवों में नुक्कड़ सभाएं कर समर्थन जुटा रहे हैं। इस दौरान वे दो सियासी परिवारों पर परोक्ष रूप से हमला करना नहीं भूलते। जानकारों का कहना है कि गणेशराज बंसल नुक्कड़ सभाओं में दो मसलों पर लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। एक तो वे दो परिवार से क्षेत्र को मुक्त करने की अपील करते हैं और दूसरा शहर के विकास को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए जनता से एक मौका देने का आग्रह करते हैं। गणेशराज बंसल कहते हैं, ‘शहर में सभापति बनने का मौका मिला, हमने विकास की गंगा बहाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पूरे शहर को मिनी चंडीगढ़ बनाने का प्रयास किया। पक्की और चौड़ी सड़कें, गंदे पानी की निकासी, समुचित रोशनी, पार्कों की असीमित संख्या। चौक-चौराहों का सौंदर्यकरण। ये सब ऐसे काम हैं जिनकी वर्षों से दरकार थी। साढ़े तीन साल में 25 साल का विकास कर दिखाया। अगर ग्रामीण भी सहयोग करें तो वे पूरे विधानसभा क्षेत्र में बेहतर करने का प्रयास करेंगे।’
जानकारों की मानें तो सभापति गणेशराज बंसल की इस बात का असर लोगों पर होने लगा है। यही वजह है कि गांवों में उनके पक्ष में लोग आने लगे हैं। लेकिन बंसल के लिए बीजेपी का टिकट लाना चुनौती है। वे अब तक भाजपा के कई दिग्गज नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं लेकिन बीजेपी में शामिल होना अभी बाकी है। माना जा रहा है कि भाजपा का एक बड़ा तबका उनकी राह में बाधा डाल रहा है। सवाल यह है कि क्या बंसल इन बाधाओं को दूर करने में सफल होंगे ?