भटनेर पोस्ट न्यूज. जयपुर.
विधानसभा चुनाव का काउंटडाउन शुरू होते ही भाजपा का आंतरिक संघर्ष उबाल लेने लगा है। मोदी-शाह अनुकूल इशारा न मिलने के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधराराजे अपना चुनावी शंखनाद करने वाली हैं। चार मार्च यानी अपने जन्मदिन से चार दिन पहले वे सालासर में कार्यकर्ताओं के साथ बड़ा आयोजन करने वाली हैं।
सालासर धाम का अपना महत्व है। खास बात है कि राजे यह कार्यक्रम चूरू जिले में कर रही हैं जहां से प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया व विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ आते हैं। पूनिया और राठौड़ के गृह जिले में शक्ति प्रदर्शन कर राजे केंद्रीय नेतृत्व व अपने विरोधियों को एक साथ मैसेज देना चाहती हैं। राजे समर्थकों का कहना है कि जन्मदिन महोत्सव में एक लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटेगी। जन्मदिन के कार्यक्रम के बहाने वसुंधरा का यह अब तक का सबसे बड़ा शक्ति प्रदर्शन होगा।
आयोजन की व्यवस्थाओं का जिम्मा वसुंधरा के नजदीकी नेताओं ने संभाल रखा है। देव-दर्शन और धार्मिक यात्राओं के जरिए वसुंधरा राजे खुद के सीएम की रेस में बने होने का लगातार मैसेज देती रही हैं, लेकिन इस बार चुनावी साल में सालासर में हो रहे इस आयोजन से वे अपनी ताकत दिखाकर कई निशाने साधेंगी। साथ ही भाजपा में चल रही उठापठक के बीच इसके कई सियासी मायने भी निकलेंगे। वसुंधरा के इस कार्यक्रम पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है। लेकिन माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम से बीजेपी में उथल-पुथल होना तय है।