संगठन के बिना कैसे लगेगी नैया पार!

भटनेर पोस्ट न्यूज. हनुमानगढ़.
कौन बनेगा कांग्रेस का जिलाध्यक्ष ? यह ऐसा सवाल है जिसका जवाब इस वक्त किसी के पास नहीं। इसी साल विधानसभा चुनाव है लेकिन कांग्रेस संगठन के बिना चुनावी नैया पार कैसे करेगी, चर्चा का विषय है। हनुमानगढ़ में कांग्रेस जिलाध्यक्ष पद पर करीब ढाई साल से वेकेंसी है। गत महीने पहले जब कुछ जिलाध्यक्षों की नियुक्ति हुई तो हनुमानगढ़ के कांग्रेसजनों में उम्मीद जगी थी जिसकी लौ अब भी टिमटिमा रही है। पार्टी सूत्रों की मानें तो जिले में पार्टी नेताओं के आपसी झगड़े की वजह से जिलाध्यक्ष पद पर फैसला नहीं हो पा रहा है। हनुमानगढ़ विधायक चौधरी विनोद कुमार, सुरेंद्र दादरी, संगरिया से शबनम गोदारा, राज्यमंत्री केसी बिश्नोई, पीलीबंगा विनोद गोठवाल, मास्टर भरतराम मेघवाल, नोहर विधायक अमित चाचाण, प्रधान सोहन ढिल आदि के बीच सामंजस्य नहीं होने के कारण किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पा रही है। जिलाध्यक्ष पद की दौड़ में सुरेंद्र दादरी, मोहम्मद मुश्ताक जोईया, शबनम गोदारा, अशोक चौधरी, दयाराम जाखड़, कृष्ण जैन, कृष्ण नेहरा जैसे नेताओं के नाम प्रमुख हैं। सूत्रों के मुताबिक, पहले पीसीसी सदस्य भूपेंद्र चौधरी का नाम भी वेटिंग लिस्ट में शामिल था लेकिन अब उन्हें विधानसभा चुनाव में हनुमानगढ़ से संभावित उम्मीदवार के तौर पर देखा जा रहा है। इसलिए संभव है विधायक चौधरी विनोद कुमार अपने खास सिपहसालार को इस पद के लिए दावेदारी जताएंगे। चुनाव से पूर्व हर नेता संगठन पर अपना कब्जा जमाने की कोशिशों में हैं। ऐसे में सवाल फिर वहीं आकर ठहरता है कि आखिर कौन होगा हनुमानगढ़ में कांग्रेस का जिलाध्यक्ष ?

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