भटनेर पोस्ट न्यूज. जयपुर.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व सीएम वसुंधराराजे पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने राजे के साथ अपने संबंधों को लेकर भी अहम खुलासे किए। बकौल गहलोत, ‘वसुंधरा राजे और हमारे तो बातचीत के संबंध भी नहीं थे। आज जो नेता प्रतिपक्ष हैं, राजेंद्र राठौड़ उनके सलाहकार थे। ये लोग चाहते ही नहीं थे कि मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के बीच में अच्छे संबंध रहे। भैरों सिंह शेखावत के बाद वसुंधरा सीएम बन गई। उनके सीएम बनने के बाद मेलजोल का यह सिस्टम उनके सलाहकारों ने खत्म करवा दिया। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भैरों सिंह शेखावत के खास शिष्य थे, उनको भी इन्होंने धोखा दे दिया। ये वसुंधरा से चिपक गए। कभी उन्होंने बात भी नहीं करने दी। भैरों सिंह शेखावत मुख्यमंत्री नहीं रहे। हमारे मंत्री गुलाब सिंह शक्तावत, प्रद्मुन सिंह सब उनके यहां आते जाते रहते थे। परसराम मदेरणा और कई नेता होली दीपावली भैरों सिंह से मिलन लेते थे। मैंने कभी एतराज नहीं किया।’ गहलोत ने कहाकि जब मैंने राजे और कैलाश मेघवाल को लेकर बयान दिए तो उसका गलत अर्थ निकाला गया। मैंने यह नहीं कहाकि राजे और मेघवाल हमारे साथ खड़े नजर आए। बल्कि मैंने यह कहाकि बीजेपी के इन दोनों नेताओं ने खरीद-फरोख्त का समर्थन नहीं किया। यह बात मुझे विधायकों ने बताई थी।