भटनेर पोस्ट न्यूज. नई दिल्ली.
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म किए जाने के बाद समूचा विपक्ष लामबंद हो रहा है। अधिकांश विपक्षी दल इसे ‘आपातकाल’ की संज्ञा दे रहे हैं। उनका कहना है कि पीएम मोदी अब पूरी तरह तानाशाही पर उतर आए हैं। विपक्ष के खिलाफ पहले ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स, चुनाव आयोग सहित अन्य एजेंसियों का दुरूपयोग किया जा रहा था और अब न्यायपालिका को इस्तेमाल किया जाने लगा है। विपक्षी नेताओं ने कहाकि बयानों के आधार पर फैसले हुए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह सहित बीजेपी के अधिकांश नेताओं की न सिर्फ संसद से सदस्यता खत्म होगी बल्कि वे आजीवन जेल में रहेंगे। पीएम मोदी और अमित शाह तो संवैधानिक पद पर आसीन होने के बावजूद ओछी और आपत्तिजनक बातें करते हैं। पीएम पद की गरिमा को तार-तार कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी, टीमएस, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाला शिवसेना गुट, आरजेडी समेत कई दलों ने भाजपा पर विपक्षी पार्टियों को खत्म करने का आरोप लगाया है।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा, ’भाजपा का एक ही मिशन है, सारे विपक्ष को खत्म करो। सारे विपक्षी नेताओं को सजा दिलाकर जेल में डाल दो। उनको चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित कराओ। वे 24 घंटे इसी काम में लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री के बारे में ये भी कहा जाता है कि 3 घंटे या 2 घंटे सोते हैं तो जब इतना जगते हैं तो यही करते हैं।’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पीएम मोदी के न्यू इंडिया में विपक्षी नेता भाजपा के प्राइम टारगेट बन गए हैं। उन्होंने कहा, ’आपराधिक पृष्ठभूमि वाले भाजपा नेताओं को कैबिनेट में शामिल किया जाता है, लेकिन विपक्षी नेताओं को उनकी स्पीच के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। आज हमने संवैधानिक लोकतंत्र का निम्न स्तर देखा है।’
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यह पहली बार नहीं हुआ है। जब से भाजपा की सरकार यूपी में आई है, उन्होंने प्रशासन का साथ लेकर झूठे मुकदमे लगवाए। कई बार शासन-प्रशासन ने मिलकर सपा के कई सदस्यों की सदस्यता ली है। आजम खां की सदस्यता गई। उनके बेटे अब्दुल्ला की सदस्यता गई। इसी तरह सपा के विधायक इरफान सोलंकी पर केस लगवाए गए। आज कांग्रेस पार्टी के सबसे बड़े नेता की सदस्यता गई है। ऐसे मुकदमे देखेंगे तो बीजेपी वालों की तो सदस्यता नहीं बचेगी। जिस तरह की उनकी भाषा है, अगर सच में कार्रवाई हो जाए तो सदस्यता चली जाएगी। जानबूझकर ये असली मुद्दे- महंगाई, बेरोजगारी, भारत का पैसा डुबोने वाले अपने मित्र उद्योगपति पर बहस नहीं करना चाहते हैं। उनसे ध्यान हटाने के लिए कांग्रेस नेता के साथ ऐसा किया गया है।
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता खत्म कर दी गई। देश में चोर कहना क्राइम हो गया है। चोर और लुटेरे खुले में घूम रहे हैं और राहुल गांधी को दंड दिया गया है। यह लोकतंत्र की हत्या है। पूरा सरकारी सिस्टम दबाव में है। यह तानाशाही के अंत की शुरुआत है।
आरजेडी के वरिष्ठ नेता और सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि यह शर्मनाक है, दुर्भाग्यपूर्ण है। संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में इससे बड़ा काला धब्बा कुछ नहीं है। जिस तीव्रता से यह निर्णय लिया गया, जिसके पीछे आधारहीन तथ्य और तर्क दिए गए। जो राहुल जी ने कैंब्रिज में कहा कि लोकतंत्र पर संकट के बादल हैं, आज तसदीक हो गई। उनके मन में लोकतंत्र के लिए कोई जगह नहीं है।