भटनेर पोस्ट डॉट कॉम.
महिला आरक्षण यानी नारी शक्ति वंदन विधेयक लोकसभा में पेश हो गया। इसके पारित होने में संशय की स्थिति नहीं है। हां, पारित होने के बावजूद इसे अमल में लाना इतना आसान नहीं। जानकारों की मानें तो इसे लागू करने में समय लग सकता है। लोकसभा चुनाव के बाद ही इसे लागू करना संभव हो पाएगा। क्योंकि
विधेयक के मुताबिक, लोकसभा की 543 में 181 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। इसे लागू करने से पहले परिसीमन जरूरी है। यह परिसीमन इस विधेयक के बाद होने वाली जनगणना के आधार पर ही होगा। ऐसे में माना जा रहा है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव छोड़िए, 2024 में होने वाले आम चुनावों से पहले जनगणना और परिसीमन करीब-करीब असंभव है। ऐसे में अगर विधानसभा और लोकसभा के चुनाव निर्धारित समय पर हुए तो इस बार महिला आरक्षण लागू नहीं होगा।
विधेयक के मुताबिक, लोकसभा की 543 में 181 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। इसे लागू करने से पहले परिसीमन जरूरी है। यह परिसीमन इस विधेयक के बाद होने वाली जनगणना के आधार पर ही होगा। ऐसे में माना जा रहा है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव छोड़िए, 2024 में होने वाले आम चुनावों से पहले जनगणना और परिसीमन करीब-करीब असंभव है। ऐसे में अगर विधानसभा और लोकसभा के चुनाव निर्धारित समय पर हुए तो इस बार महिला आरक्षण लागू नहीं होगा।