भटनेर पोस्ट पॉलिटिकल डेस्क.
भाजपा के वरिष्ठ नेता काशीराम गोदारा नोहर से टिकट न मिलने से व्यथित हैं।
उन्होंने आलाकमान के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहाकि समझ में नहीं आता कि क्या हो रहा है। अपने आवास पर कार्यकर्ताओं की बैठक में उन्होंने सहयोगियों से पूछा कि बताओ क्या करना है ? जो कहोगे, वही करूंगा। कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में चुनाव मैदान में उतरने का आग्रह किया।
भाजपा नेता काशीराम गोदारा बोले-मेरे से पहले भी विधायक बनते रहे हैं, मेरे बाद भी विधायक बनते रहेंगे लेकिन विधायक कैसा होना चाहिए, यह तय करना बहुत जरूरी है। आज तक नोहर के कितने विधायक हुए जिन्होंने किसानों के लिए संघर्ष किया। मुझे गर्व है कि हमने किसानों के सम्मान को बचाने के लिए ताउम्र संघर्ष किया है। इसलिए आप जो भी आदेश दोगे, हम मानने के लिए तैयार हैं।’
गोदारा ने पार्टी छोड़ने को लेकर स्पष्ट तौर पर कुछ भी नहीं कहाकि लेकिन इतना जरूर कहा, ‘मैं अब ‘जहां’ भी रहूंगा, आरएसएस विचारधारा को साथ रखूंगा, भारत माता की जय बोलता रहूंगा, राष्टवाद की भावना से ओतप्रोत रहूंगा। इस बात की गारंटी देता हूं। आखिरकार, उन्होंने 27 अक्टूबर को पुनः बैठक बुलाने की बात कही। यानी अंतिम फैसला 27 अक्टूबर को ही होगा।
उन्होंने आलाकमान के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहाकि समझ में नहीं आता कि क्या हो रहा है। अपने आवास पर कार्यकर्ताओं की बैठक में उन्होंने सहयोगियों से पूछा कि बताओ क्या करना है ? जो कहोगे, वही करूंगा। कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में चुनाव मैदान में उतरने का आग्रह किया।
भाजपा नेता काशीराम गोदारा बोले-मेरे से पहले भी विधायक बनते रहे हैं, मेरे बाद भी विधायक बनते रहेंगे लेकिन विधायक कैसा होना चाहिए, यह तय करना बहुत जरूरी है। आज तक नोहर के कितने विधायक हुए जिन्होंने किसानों के लिए संघर्ष किया। मुझे गर्व है कि हमने किसानों के सम्मान को बचाने के लिए ताउम्र संघर्ष किया है। इसलिए आप जो भी आदेश दोगे, हम मानने के लिए तैयार हैं।’
गोदारा ने पार्टी छोड़ने को लेकर स्पष्ट तौर पर कुछ भी नहीं कहाकि लेकिन इतना जरूर कहा, ‘मैं अब ‘जहां’ भी रहूंगा, आरएसएस विचारधारा को साथ रखूंगा, भारत माता की जय बोलता रहूंगा, राष्टवाद की भावना से ओतप्रोत रहूंगा। इस बात की गारंटी देता हूं। आखिरकार, उन्होंने 27 अक्टूबर को पुनः बैठक बुलाने की बात कही। यानी अंतिम फैसला 27 अक्टूबर को ही होगा।