बीसूका क्रियान्वयन समिति में इन नेताओं को मिली जिम्मेदारी

भटनेर पोस्ट न्यूज. हनुमानगढ़.
साल 2023 के ये सात महीने बेहद महत्वपूर्ण हैं। खासकर सियासी दलों के लिए। संगठनात्मक मामले में कमजोर कांग्रेस अब एक्टिव मोड पर है। 20 सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति का गठन किया गया है। इसमें जिले के 19 नेताओं-कार्यकर्ताओं को जगह दी गई है। इनमें अधिकांश या तो खुद हैसियत रखते हैं या फिर हैसियत वाले नेताओं के खास सिपहसालार हैं। कुछ आम कार्यकर्ताओं के नाम बाकी कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्पद है कि पार्टी में आम कार्यकर्ताओं की भी कद्र है। अगर कांग्रेस जैसे संगठन में इस तरह के भाव हैं तो यह हैरान करने वाली बात मानी जा सकती है। अलबत्ता आपको बताते हैं बीसूका क्रियान्वयन समिति सदस्यों के बारे में।
सुरेंद्र दादरी : कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष हैं। कुशल संगठक माने जाते हैं। सबको साथ लेकर चलने का हुनर है इनके पास। नेतृत्व के साथ कदमताल कर पार्टी के प्रति समर्पण का भाव रखने वाले हैं।
शबनम गोदारा : संगरिया से दो बार कांग्रेस उम्मीदवार रहीं। कांग्रेस की आपसी कलह व प्रबंधन में कमी के कारण पराजित हो गईं। पंचायतीराज से सियासी सफर की शुरुआत कर चुकी हैं। आलाकमान के साथ मधुर संबंध हैं और जमीन पर भी मजबूत पकड़ है।
भरतराम मेघवाल : श्रीगंगानगर क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं। रावतसर से बतौर पार्षद राजनीतिक कॅरिअर शुरू करने वाले भरतराम के बेटे श्यामसुंदर मेघवाल रावतसर पालिकाध्यक्ष हैं।
श्रवण तंवर : गहलोत खेमे से हैं। ओबीसी विभाग के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके हैं। अहिंसा बोर्ड व महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के जिला संयोजक हैं। कुशल संगठक की छवि रखते हैं। नोहर से ताल्लुक रखते हैं।
सोहन ढिल : नोहर पंचायत समिति प्रधान हैं। यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। नोहर विधानसभा सीट के लिए टिकट के दावेदार भी।
इंद्रा जाखड़ : हनुमानगढ़ पंचायत समिति प्रधान हैं। इनके पति दयाराम जाखड़ क्षेत्रीय विधायक चौधरी विनोद कुमार के खास सिपहसालार माने जाते हैं। वे खुद भी प्रधान रह चुके हैं। बहरहाल, पंचायतीराज विभाग में दयाराम जाखड़ पूरी तरह दखल रखते हैं।
नीकूराम : टिब्बी पंचायत समिति प्रधान हैं। पंचायतीराज में बेहतर काम कर रहे।
सुखदेव जाखड़ : कांग्रेस में विभिन्न पदों पर रहे हैं। ओजस्वी वक्ता हैं। पार्टी के प्रति समर्पित भी। गोलूवाला क्षेत्र में अच्छी पकड़ रखते हैं।
अशोक चौधरी : किसान नेता की छवि। संगरिया में पालिकाध्यक्ष भी रहे। भाखड़ा किसान आंदोलन का नेतृत्व करते रहे हैं। खेती किसानी पर अच्छी पकड़ है और शांत व संयत छवि के लिए जाने जाते हैं।
अनिल खीचड़ : हनुमानगढ़ नगरपरिषद में उप सभापति हैं। पिता चेतराम खीचड़ का चौधरी विनोद कुमार के परिवार से पुराने संबंध हैं। एमएलए के खास सिपहसालार माने जाते हैं।
मनोज बड़सीवाल : नई खुंजा हनुमानगढ़ से ताल्लुक रखते हैं। पहले माता और फिर पिता को पार्षद बनवाने का श्रेय है। शहर की राजनीति में अच्छी पकड़ रखते हैं। आम जन के लिए 24 घंटे तत्पर रहना ही इनकी खासियत है। डीसीसी में सचिव रहे हैं।
सुमित्रा चांवरिया : जिला परिषद सदस्य हैं। पति रामेश्वर चांवरिया कृषि उपज मंडी समिति चेयरमैन रह चुके हैं।
शिवानी मीणा : इनके ससुर भागलाराम मीणा पुलिस उप अधीक्षक रह चुके हैं। पति सोनू मीणा कांग्रेस के समर्पित कार्यकर्ता हैं। पार्टी ने एसटी वर्ग से इन्हें समिति में जिम्मेदारी सौंपी है।
अमर सिंह : पंचायत समिति उप प्रधान रहे। बहरहाल, कृषि उपज मंडी समिति के चेयरमैन हैं। पार्टी के प्रति निष्ठावान होने के कारण उन्हें अक्सर मौका मिलता है।
विजेंद्र सिद्धू : युवा हैं। संगरिया से संबंध रखते हैं। प्रदेश स्तर के नेताओं के साथ इनके मधुर संबंध हैं।  
इनके अलावा पार्टी ने राजकुमार पीलीबंगा, रविंद्र सिंह सिद्धू हनुमानगढ़, विनोद गोदारा फेफाना, बशीर खां भादरा को सदस्य मनोनीत किया है। खास बात है कि बीसूका राज्य सरकार की महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। इसमें गरीबी, रोजगार, शिक्षा, आवास, स्वास्थ्य, कृषि, भूमि सुधार, सिंचाई, पेयजल, कमजोर वर्गों की सुरक्षा और सशक्तिकरण, उपभोक्ता संरक्षण, पर्यावरण, ई-गवर्नेंस आदि जैसे विभिन्न सामाजिक-आर्थिक पहलुओं को शामिल किया गया है। माना जा रहा है कि इस समिति के सदस्य आगामी समय में राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप काम करेंगे ताकि आने वाले समय में पार्टी को इससे अपेक्षित लाभ हो सकेगा। 

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