प्रशासन से ‘आहत’ हैं सरपंच!

भटनेर पोस्ट डॉट कॉम. 

आपदा टालने के लिए प्रयास करना सबकी प्राथमिकता होती है। जुलाई महीने में घग्घर बहाव क्षेत्र में बाढ़ की संभावित स्थिति से निपटना हनुमानगढ जिला प्रशासन की प्राथमिकता थी। लिहाजा, प्रशासन ने सरपंचों को कथित तौर पर अपने स्तर पर प्रयास करने के लिए निर्देश दिए लेकिन अब भुगतान में आनाकानी की जा रही है। इससे सरपंचों में रोष है। ऐसे में घग्घर बहाव क्षेत्र के सरपंचों ने लामबंद होकर अपनी पीड़ा से प्रशासन को अवगत करवाया और अब भुगतान की मांग कर रहे हैं। जिला परिषद कैंपस में जुटे सरपंच कलक्ट्रेट पहुंचे।

कलक्टर के निर्देश पर एडीएम कपिल यादव की मध्यस्थता में सरपंचों के साथ वार्ता की गई। इसमें सिंचाई विभाग के अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारी भी शरीक हुए। सरपंच संघ के जिलाध्यक्ष नरेंद्र सहारण कहते हैं, ‘सरपंचों ने जी जान से प्रयास किया। तटबंधों की मजबूती ही उनकी प्राथकिता थी। ग्राम पंचायत क्षेत्र में प्रशासन की तरफ से एक भी जेसीबी या अन्य संसाधन नहीं लगाया गया था। सारी व्यवस्था करवाई। अब तीन माह बाद भी भुगतान की दिशा में प्रयास नहीं हो रहे।’

सरपंच नवनीत कौर संधू बताती हैं कि प्रशासन का यह तरीका उचित नहीं है। इससे विश्वास में कमी आती है। जो लोग प्रशासन के कहने पर आपदा टालने के लिए व्यवस्था में जुटे थे, उन्हें आज परेशानी हो रही है तो यह प्रशासन को समझने की जरूरत है। अगर जल्दी ही इस समस्या का समाधान नहीं होता है तो जल्दी ही सरपंचों का प्रतिनिधिमंडल जयपुर जाकर आपदा राहत मंत्री और जरूरत पड़ी तो मुख्यमंत्री से मिलकर आग्रह करेगा।’ इस मौके पर सरपंच संदीप सिंह सिद्धू, रोहित स्वामी, रामेश्वर लाल कड़ेला व गुरलाल सिंह आदि मौजूद थे।

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