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जिलाध्यक्ष पद पर कांग्रेस नेता सुरेंद्र दादरी की नियुक्ति के साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं का उत्साह सातवें आसमान पर दिख रहा। मणिपुर में तकरीबन 84 दिन से जारी हिंसा और हजारों की मौत के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी से खफा कांग्रेस ने पीएम मोदी को बेनकाब करने का अभियान शुरू किया है। इसके तहत देश भर में प्रदर्शन किए जा रहे हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुरेंद्र दादरी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
दादरी ने कहाकि मणिपुर जल रहा है और केंद्र सरकार सो रही है। वहां महिला अत्याचार की ऐसी वीभत्स घटनाएं हो रही हैं और विपक्ष के आवाज उठाने के बाद लंबे समय तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले तक नहीं। जब सुप्रीम कोर्ट ने कहाकि केंद्र सरकार कार्रवाई करे अन्यथा उन्हें कार्रवाई करनी पड़ेगी तो कहीं जाकर मोदी ने एक औपचारिक बयान दिया, उसमें भी वे राजस्थान को बदनाम करने से नहीं चूके। दादरी के अनुसार, मोदी अपनी विफलता पर चुप्पी साध लेते हैं। हर बात पर कांग्रेेस को जिम्मेदार बताकर बच निकलने की कोशिश करते हैं लेकिन जनता अब उनकी इस आदत को समझ चुकी है। दादरी ने कहाकि राजस्थान में कानून व्यवस्था अच्छी है। राजस्थान पुलिस अच्छा काम कर रही है। सीएम अशोक गहलोत ने हर मोर्चे पर अच्छा काम किया है। इससे बौखला कर बीजेपी अनर्गल आरोप लगा रही है। पीएम मोदी ने मणिपुर की तुलना राजस्थान से करके प्रदेश का अपमान किया है। बीजेपी और पीएम बार बार राजस्थान को नीचा दिखा रहे हैं। ज्ञापन में मणिपुर में महिलाओं आदिवासियों, अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार को रोकने में विफल रही केंद्र की भाजपा सरकार के विरुद्ध अविलंब कार्रवाई करते हुए बर्खास्तगी की मांग की गई।
नोहर विधायक विधायक अमित चाचान ने कहा कि पिछले ढाई माह से अधिक समय में मणिपुर में जातीय हिंसा में असंख्य लोग अपना जीवन व संपत्ति गवा चुके हैं तथा वहां आदिवासी महिलाओ, अल्पसंख्यको पर अत्याचार हो रहे हैं तथा रोज दुष्कर्म के मामले उजागर हो रहे हैं परंतु प्रधानमंत्री मोदी संसद में इस पर बोलने के लिए तैयार नहीं है इसलिए तुरंत प्रभावी कार्यवाही करना अति आवश्यक है।
प्रदेश महासचिव विजेंद्र सिंह सिद्धू, जिला प्रमुख कविता मेघवाल, पीसीसी प्रभारी सचिव रमेश महिंद्रा, रामा देवी बावरी, अहिंसा प्रकोष्ठ जिला संयोजक श्रवण तंवर, प्रदेश सचिव मनीष मक्कासर, दयानंद बेरवाल प्रवीणा मेघवाल, संजय मेघवाल, पूर्व विधायक महेंद्र सिंह बराड़, पंचायत समिति प्रधान सोहन ढ़ील, कृषि उपज मंडी अध्यक्ष अमर सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष जिनेंद्र जैन, संदीप सिंह, बलवीर सिंह, रविंद्र मोठसरा, सुधीर गोदारा, वेद प्रकाश, बाबू लाल खाती, शेर सिंह गोसाई, पीसीसी सदस्य रामेश्वर चांवरिया, प्रेम राज नायक, व्यापार संघ अध्यक्ष कृष्ण जैन, पूर्व प्रधान दयाराम जाखड़, पूर्व ब्लाक अध्यक्ष गुरमीत सिंह चंदडा, मनोज सैनी, इकरामुद्दीन कुरेशी, ईशाक खान उपसभापति अनिल खीचड़, ओबीसी विभाग अध्यक्ष मनमोहन सोनी, सेवादल जिलाध्यक्ष सुभाष करीर, विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष अश्विनी पारीक, डॉक्टर बी के चावला, युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष संदीप सियाग, पूर्व जिला उपाध्यक्ष भंवर खान, पूर्व जिला सचिव वारिस अली, पार्षद गुरदीप चहल, लीलाधर पारीक, विजेंद्र साईं, प्रमोद सोनी, निरंजन नायक, अब्दुल हाफिज, राजेश डोडा, ओम सोनी, सरपंच रोहित स्वामी, देवकरण मेघवाल, इन्द्रजीत शर्मा, सरपंच इशाक चायनान, कुलदीप नैन, सूरजभान भोभिया, यादवेंद्र शर्मा, श्याम सुंदर शर्मा व कमला अठवाल आदि ने अपनी बात रखी।
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