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हनुमानगढ़ जंक्शन के पास रयान कॉलेज फॉर हायर एजुकेशन में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के तत्वाधान में गुरु वंदन कार्यक्रम हुआ। मुख्य वक्ता स्वामी केशवानंद कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर के प्रोफेसर डॉ. चेतन प्रकाश राजपुरोहित ने जीवन में गुरु की महिमा का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि गुरु के बिना व्यक्ति का जीवन अधूरा है। उनके अनुसार व्यक्ति चाहे कितना भी ज्ञान अर्जन कर ले लेकिन बिना गुरु के वह पूर्णता को प्राप्त नहीं कर सकता। आज का युग प्रतिस्पर्धा का युग है। यदि आप अपने आप को एक विजेता के रूप में देखना चाहते हैं तो भीड़ से ना डरो। भीड़ में अधिकांश लोग तो वे हैं जो इस प्रतियोगिता के लिए बिल्कुल भी तैयार नहीं हैं, वे तो केवल भीड़ का हिस्सा हैं। जीवन की इस दौड़ में आपका मुकाबला सिर्फ आपसे है। आपके प्रयास सदैव पिछले प्रयास से बेहतर होने चाहिए। भाग-दौड़ भरी जिंदगी में यदि आप सफल होना चाहते हैं तो मेहनत के अलावा कोई विकल्प नहीं है। अतः यह आवश्यक हो जाता है कि महाविद्यालय के विद्यार्थी नियमित रूप से अध्ययन करें तथा अपना सर्वश्रेष्ठ दें। सही दिशा में की गई मेहनत कभी बेकार नहीं जाती।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संतोष राजपुरोहित ने बताया कि विद्यार्थी जीवन का वातावरण अब बदल रहा है। अब विद्यार्थी अपनी महाविद्यालयी शिक्षा के साथ-साथ कॅरियर के बारे में भी चिंतित हैं। शायद इसी का परिणाम है कि जैसे ही विद्यार्थी की महाविद्यालयी शिक्षा पूरी होती है, प्रतियोगी परीक्षाओं में भी वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाता है। कई बार कुछ विद्यार्थियों को प्रतिकूल परिणाम भी देखने को मिलते हैं, लेकिन उन्हें निराश नहीं होना चाहिए और पहले से बेहतर प्रयास करके सर्वाेपरि को प्राप्त करना चाहिए। कॉलेज प्रबंध समिति के डायरेक्टर करणवीर चौधरी, प्राचार्य डॉ. संतोष राजपुरोहित तथा उप-प्राचार्य श्री अनिल शर्मा ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिह्न भेंट कर आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में सहायक आचार्य सुभाष वर्मा, राजाराम, केवल कृष्ण, बलजिंद्र कौर, सुमीना यादव आदि मौजूद थे।