भटनेर पोस्ट पॉलिटिकल डेस्क.
उन्होंने कहां कि संगरिया और टिब्बी के लोगों की मांग की थी कि भाजपा टिकट गुलाब सींवर को मिले। पार्टी ने भी कहा कि हमने 33 फीसद आरक्षण महिलाओं को देने का फैसला किया है। अब मैं पार्टी से पूछना चाहती हूं कि आपको मेरे में क्या कमजोरी दिखी? पिछले 14 साल से मैंने एक मजदूर की तरह पार्टी की सेवा की। सर्व समाज और 36 कौम को साथ लेकर चली। जब एक मजबूत दावेदार बनी तो ये टिकट क्यों काटा गया ? पार्टी ने बार-बार सर्वे का नाटक क्यों किया ? अगर सर्वे के आधार पर टिकट दिया जाता तो सिर्फ और सिर्फ मैं ही हकदार थी।
गुलाब सींवर ने कहाकि अब जो ये चुनाव है, सभी पार्टियों की ओर से मेरे पास फोन आ रहे हैं कि आप हमारी पार्टी से चुनाव लड़ो। लेकिन मैं इस बात को सिरे से खारिज करती हूं। मैं किसी पार्टी से चुनाव नहीं लड़ूंगी। अब जो ये चुनाव है, मैंने टिब्बी और संगरिया की जनता पर छोड़ दिया है। इस बार का जो चुनाव होगा, यह टिब्बी और संगरिया की जनता, 36 की 36 कौम और सर्व समाज का चुनाव होगा। अगर जीत होगी तो टिब्बी और संगरिया की जीत होगी, हार होगी तो टिब्बी और संगरिया की जनता की हार होगी।
सींवर ने कहाकि हनुमानगढ़ जिले से किसी भी महिला को टिकट नहीं देना, यह महिलाओं के साथ अन्याय है। मैं कभी पार्टी देखकर किसी घर के सुख-दुःख में शामिल नहीं हुई। इसलिए अब मुझे भरोसा है कि जनता गुलाब सींवर को चुनाव जिताएगी और भाजपा ने जिस व्यक्ति को टिकट दिया है, वह केंडिडेट किस तरह का व्यक्ति है, किस तरह से उनका परिवार है, यह आप सब लोक जानते हो। आज संगरिया में किरयाने से ज्यादा नशे की दुकानें खुल चुकी हैं। संगरिया को नशा मुक्त करने के लिए हम सब लोग मिलकर लड़ाई लड़ेंगे। अब जनता ही मेरे लिए टिकट है, जनता ही फैसला करेगी कि कौन इसमें जीतेगा, कौन इसमें हारेगा। लेकिन हम अब पूरे जोश, जज्बे और जुनून के साथ इस लडाई को लड़ेंगे। दो दिन बाद जब मैं घर से बाहर निकलूंगी तो आपको पता चलेगा कि अब मैंने मेहनत की है, 36 कौम मेरे साथ है। पिछले 14 साल से मैंने जिस तरह मजदूर की तरह पार्टी की सेवा की, अब जनता मुझे वह मजदूरी देगी।
जब उनसे पूछा गया कि क्या गुरदीप शाहपीनी ने आपसे कोई बात की तो गुलाब सींवर ने कहाकि नहीं। वे शोक जताने आए थे, बैठकर चले गए। हां, पार्टी के केंद्रीय और राज्य स्तरीय नेताओं के लगातार फोन आ रहे हैं कि आप हमारी बात समझने की कोशिश करो तो मैंने उन्हें साफ शब्दों में कह दिया कि आपने जिस सूटकेस में पार्टी का टिकट भेजा है, हम उसी सूटकेस में टिकट आपको लौटाने आएंगे। यह हमारा वादा है।