खतरा टला है, खत्म नहीं! जानिए…क्यों ?

भटनेर पोस्ट डॉट कॉम.
घग्घर बहाव क्षेत्र में देर रात से शांति है। कोई हलचल नहीं। सोशल मीडिया भी शांत। कोई अपेडट नहीं। दरअसल, सिंचाई विभाग ने सूझबूझ का परिचय देते हुए 6900 क्यूसेक पानी सेमनाला में डायवर्ट कर दिया। इस तरह नाली बैड में 4800 क्यूसेक पानी चल रहा है। एक्सपर्ट का कहना है कि नाली बैड में 5500 क्यूसेक पानी आने पर दिक्कत हो सकती है। इससे कम मात्रा में पानी की आवक से कोई खतरा नहीं। विभागीय जानकारी के मुताबिक, रविवार सुबह 8 बजे गुल्लाचिक्का से 53043 क्यूसेक, खनौरी 16000 क्यूसेक, चांदपुर 22270 क्यूसेक, ओटू 25750 क्यूसेक, साइफन 12200 क्यूसेक, नाली बैड 4800 क्यूसेक, आरडी 42 जीडीसी में 7300 क्यूसेक, आरडी 133 जीडीसी में 1650 क्यूसेक, एसओजी ब्रांच में 17050 क्यूसेक और आरडी 158 जीडीसी में 1550 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। एक्सपर्ट ‘भटनेर पोस्ट’ को बताते हैं कि सेमनाला में लंबे अंतराल से ज्यादा पानी नहीं छोड़ा गया। ऐसे में अगर 8000 क्यूसेक से अधिक पानी छोडते हैं तो दिक्कत हो सकती है। जानकार मानते हैं कि घग्घर बेल्ट में बाढ़ की आशंका का खतरा टला है, लेकिन इसे खत्म नहीं समझना चाहिए। 

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