राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तैयारी ‘सरकार’ कर रही है। संगठन की सुस्ती कब टूटेगी, इसको लेकर रहस्यमयी चुप्पी आम कार्यकर्ताओं को विचलित कर रही है। लेकिन लगता है कांग्रेस आलाकमान अब राजस्थान को गंभीरता से लेने लगा है। लिहाजा, बीती रात नई दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राज्य प्रभारी सुखजिंद्र सिंह रंधावा और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा की खास मुलाकात हुई। सूत्रों का कहना है कि डोटासरा ने 85 सचिवों और 23 जिलाध्यक्षों की सूची पार्टी अध्यक्ष को सौंपी है। संभव है, इस पर मंथन के बाद महासचिव वेणुगोपाल औपचारिक घोषणा कर देंगे।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आलाकमान को साफ कह दिया है कि सरकार स्तर पर कोई कमी नहीं है, संगठन में नियुक्ति कर टीम बनाने में अब देरी नहीं करनी चाहिए। जुलाई तक जिलाध्यक्षों की नियुक्ति और अगस्त तक कार्यकारिणी बनाने को लेकर टाइमलाइन तय किए जाने की बात सामने आई है। इसके बाद कांग्रेस स्थानीय स्तर पर सम्मेलनों पर फोकस करेगी। गौरतलब है कि एक और दो जुलाई को कांग्रेस के दिग्गज सालासर में जुटेंगे और विधानसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन करेंगे।