भटनेर पोस्ट ब्यूरो. नई दिल्ली.
ईडी व सीबीआई के शिकंजे में कसने वाले विपक्षी नेताओं की फेहरिस्त में अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का नाम भी जुड़ गया है। सीबीआई ने शराब नीति केस में केजरीवाल को नोटिस जारी कर उन्हें 16 अप्रैल को तलब किया है। काबिलेगौर है कि सप्ताह भर पहले केजरीवाल पीएम नरेंद्र मोदी की डिग्री को लेकर काफी मुखर रहे हैं। सांसद संजय सिंह कहते हैं, ‘केंद्र सरकार अरविंद केजरीवाल को जेल में डालने की साजिश कर रही है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। केजरीवाल ने 13 दिन अनशन रखकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। प्रधानमंत्री जी, आपने अपने दोस्त के साथ मिलकर लाखों करोड़ रुपए का जो घोटाला किया है वह देश को बताना जरूरी है। अरविंद केजरीवाल के दिल्ली विधानसभा में बयान के बाद नोटिस देकर उन्हें धमकाने का प्रयास किया गया है। इससे केजरीवाल या उनका एक भी नेता न झुकने वाले हैं न ही डरने वाले हैं।’ गौरतलब है कि इसी मामले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ईडी की हिरासत में हैं। उन्हें 26 फरवरी को सीबीआई ने 8 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। 7 दिन की सीबीआई रिमांड के बाद कोर्ट ने 6 मार्च को सिसोदिया को 20 मार्च (14 दिन) की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेजा था। यहां ईडी ने दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम से शराब नीति केस से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ की थी, जेल से ही एजेंसी ने सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल मनीष सिसोदिया ईडी की कस्टडी में हैं। 18 अप्रैल को सिसोदिया की जमानत पर सुनवाई होगी। इस बीच, अरविंद केजरीवाल को सीबीआई द्वारा नोटिस दिए जाने से आम आदमी पार्टी सकते में है। पार्टी के वरिष्ठ नेता इसे ‘आपातकाल’ की संज्ञा दे रहे हैं। उनका कहना है कि लोकतंत्र की इस तरह हत्या कभी नहीं हुई। उधर, दिल्ली के सियासी गलियारे में बड़ा सवाल उभर आया है कि क्या सिसोदिया के बाद अब अरविंद केजरीवाल भी जेल जाएंगे ? अगर हां तो फिर आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार का क्या होगा ?