भटनेर पोस्ट न्यूज. जयपुर.
राजस्थान में यूथ कांग्रेस की कमान अभिमन्यु पूनिया को मिलेगी, इसमें किसी को शक नहीं होना चाहिए। इसको लेकर औपचारिक घोषणा बाकी है। पूनिया इससे पहले एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष रह चुके हैं। ऐसे में प्रदेश स्तर पर संगठन चलाने का अनुभव होने का फायदा भी पूनिया को मिलता दिख रहा है। इंटरव्यू में प्रत्याशियों से उनके संगठनात्मक अनुभव, संगठन में पकड़, संगठन की समझ, संगठन को लेकर वफादारी और लोकप्रियता सहित तमाम पहलूओं पर विचार कर निर्णय किया जाता है। आपको बता दें, यूथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए 15 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें से अभिमन्यु पूनिया, सुधींद्र मूंड और यशवीर सूरा टॉप थ्री दावेदारों के रूप में सामने आए हैं। यूथ कांग्रेस के वोटों की गिनती में बड़ी संख्या में वोट खारिज भी हुए। इसी का असर रहा कि प्रत्याशियों को दावों के मुकाबले काफी कम वोट मिले। सबसे ज्यादा 2,30,079 वोट अभिमन्यू पूनिया को मिले हैं। वहीं उनके बाद दूसरे नम्बर पर सुधींद्र मूंड हैं। उन्होंने 197385 वोट हासिल किए। तीसरे नम्बर पर यशवीर सूरा रहे, जिन्हें 159640 वोट मिले। इन तीनों दावेदारों के बीच से ही यूथ कांग्रेस को राजस्थान में नया अध्यक्ष मिलेगा। वोटों पर गौर करें तो अभिमन्यू पूनिया ने अन्य दावेदारों के मुकाबले अच्छी लीड हासिल की है। पूनिया के बाद दूसरे नम्बर पर वोट हासिल करने वाले सुधींद्र मूंड के बीच लगभग 33 हजार का अंतर है। वहीं मूंड और तीसरे नम्बर पर रहे यशवीर सूरा के बीच लगभग 37 हजार वोटों का अंतर है। यूथ कांग्रेस अध्यक्ष का फैसला इंटरव्यू के आधार पर होगा, लेकिन वोटों की रेस में अभिमन्यु सबसे आगे हो गए हैं। पूनिया ने 33 हजार से ज्यादा वोटों की लीड ली है। ऐसे में लीड का अंतर ज्यादा बड़ा होने से अब पूनिया के लिए यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बनना ज्यादा मुश्किल नजर नहीं आता है। पूनिया पहले से ही अन्य दावेदरों के मुकाबले मजबूत नजर आ रहे थे। इसकी बड़ी वजह उनका संगठनात्मक अनुभव होना था।