भटनेर पोस्ट न्यूज सर्विस.
राज्य सरकार ने बीती देर रात आईएएस और आईपीएस अफसरों की तबादला सूची जारी की है। इसमें हनुमानगढ़ के एसपी विकास सांगवान को टोंक एसपी लगाया है जबकि आईपीएस अरशद अली को हनुमानगढ़ जिला पुलिस की कमान सौंपी है। आखिर कौन हैं आईपीएस अरशद अली ? आइए, जानते हैं।
सीकर जिले के गांव बेसवा के निवासी अरशद अली भारतीय पुलिस सेवा के बेबाक और ईमानदार अधिकारी माने जाते हैं। कायमखानी मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखने वाले अरशद अली राजस्थान के बहुचर्चित दरिया एनकाउंटर मामले में जेल में भी रह चुके हैं। बरी होने के बाद वे सिरे से पुलिस सेवा में लौटे लेकिन अपना अंदाज नहीं बदला। वे सच को सच कहने से गुरेज नहीं करते। बचपन में अभावों में पले अरशद अली युवाओं के लिए रोल मॉडल माने जाते हैं। उच्च शिक्षित अरशद अली सादगी के मिसाल हैं। इसका एक उदाहरण तब देखने को मिला जब उन्होंने अपनी बिटिया रुखसार का निकाह बीसाऊ निवासी वसीम के साथ करवाया। चूंकि उस वक्त कोरोना काल था, प्रोटोकॉल का पालन करते हुए सादगीपूर्ण कार्यक्रम में परिवार के चुनिंदा लोगों को भी बुलाया। इतना ही नहीं, निकाह के बाद उन्होंने बेटी को सुन्नत-ए-रसूल के मुताबिक, कुरान ए पाक, जायनमाज (मुसल्ला), एक बाल्टी और एक लोटा देकर घर से दुल्हा वसीम के साथ विदा किया। इस पहल की सर्वत्र प्रशंसा हुई। वे सामाजिक सुधारों के लिए जाने जाते हैं। आईपीएस अरशद अली के बारे में एक बात और प्रचलित है कि वे इंसान का चेहरा पढ़ने में माहिर हैं। वे चेहरा और हाव-भाव से सामने वाले का स्वभाव जान लेते हैं। खास बात है कि आईपीएस अरशद अली की पत्नी जरीना खान सीकर की बैसवा ग्राम पंचायत की सरपंच रह चुकी हैं।