




भटनेर पोस्ट डेस्क.
वेल्स यूनिवर्सिटी, चेन्नई में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार ‘सस्टेनेबल डवलपमेंट गोल्स एंड चौलेंजेज’ में डॉ. सन्तोष राजपुरोहित ने प्रभावशाली सहभागिता दर्ज करवाई। इस प्रतिष्ठित आयोजन में उन्हें भारतीय आर्थिक परिषद के सदस्य के रूप में एक सत्र का को-चेयर करने का अवसर भी प्राप्त हुआ। डॉ. राजपुरोहित ने सेमिनार के दौरान देशभर से आए फैकल्टी मेंबर्स और रिसर्च स्कॉलर्स के साथ सुदृढ़ आर्थिक विकास के लक्ष्यों और उनकी प्राप्ति में आने वाली चुनौतियों पर गहन संवाद किया। उन्होंने सतत विकास लक्ष्यों की प्रासंगिकता को वर्तमान वैश्विक और भारतीय आर्थिक परिदृश्य में रेखांकित करते हुए उनके कार्यान्वयन में नीतिगत सुधारों, नवाचार और समावेशी विकास की आवश्यकता पर बल दिया।
उल्लेखनीय है कि डॉ. सन्तोष राजपुरोहित राजस्थान आर्थिक परिषद के अध्यक्ष भी रह चुके हैं और उन्होंने अब तक 50 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सेमिनारों में सक्रिय सहभागिता निभाई है। अपने अनुभव और शोध के बल पर वे सतत आर्थिक विकास के क्षेत्र में एक प्रमुख विशेषज्ञ के रूप में पहचान बना चुके हैं।
सेमिनार के दौरान प्रस्तुत अपने विचारों में डॉ. राजपुरोहित ने विशेष रूप से ग्रामीण विकास, वित्तीय समावेशन, युवा सशक्तिकरण और हरित प्रौद्योगिकी के उपयोग को आर्थिक मजबूती के मुख्य स्तंभ बताया। उनकी प्रस्तुति ने उपस्थित श्रोताओं और विद्वानों में विशेष रुचि उत्पन्न की और व्यापक संवाद का मार्ग प्रशस्त किया। डॉ. राजपुरोहित की इस उपलब्धि से अकादमिक और शोध जगत में भी हर्ष की लहर है, और उनके अनुभवों से युवा शोधकर्ताओं को सतत विकास के नए आयामों को समझने का मूल्यवान अवसर प्राप्त हुआ।

