





भटनेर पोस्ट डेस्क.
हनुमानगढ़ जिले में नशा मुक्ति और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी गतिविधियों को और अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से कलेक्टर कानाराम की अध्यक्षता में 13 जून को मानस अभियान एवं नार्काे को-ऑर्डिनेशन सेंटर की राज्य स्तरीय समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें सभी जिलास्तरीय अधिकारी, उपखंड अधिकारी, बीडीओ सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े। कलेक्टर कानाराम ने मानस अभियान को केवल प्रशासनिक कार्यक्रम न मानकर ‘जनआंदोलन’ की शक्ल देने की बात कही। उन्होंने सभी उपखंड और ग्राम स्तर के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अधिक से अधिक लोगों को ई-शपथ दिलवाएं, जिससे जनमानस में नशे के खिलाफ चेतना विकसित हो। कलेक्टर ने नशा मुक्ति केंद्रों और मनोचिकित्सक क्लीनिकों की स्थिति पर चिंता जताई और अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से इन केंद्रों का निरीक्षण करें। निरीक्षण के दौरान यदि कोई अनियमितता पाई जाती है तो संबंधित केंद्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। बिना डॉक्टर के चल रहे केंद्रों को तत्काल बंद करने का आदेश दिया गया। बिना लाइसेंस वाले नशा मुक्ति केंद्रों को भी तुरंत बंद करने के निर्देश जारी किए गए। 26 जून तक एसडीएम और डीएसपी की संयुक्त टीमों द्वारा इन केंद्रों का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया है।

काउंसलिंग शिविर और ग्राम स्तर की सक्रियता
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि नशा मुक्ति के लिए आयोजित काउंसलिंग शिविरों का नियमित निरीक्षण किया जाए और इनका ग्राम स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, नशा छोड़ चुके व्यक्तियों की कहानियों के माध्यम से प्रेरक संवाद भी आयोजित किए जाएं, ताकि अन्य लोग प्रेरित हो सकें। सभी उपखंड अधिकारियों, बीडीओ और ईओ को आदेश दिए गए कि वे अपने क्षेत्र की ऐसी पंचायतों और वार्डों की सूची भेजें जहां नशे के मरीजों की संख्या 5 से कम है। ऐसी पंचायतों के प्रस्ताव ग्रामसभा में पारित कर जिला परिषद को भेजे जाएं, जिससे उन्हें ‘नशा मुक्त ग्राम पंचायत’ घोषित किया जा सके।
खेल गतिविधियों के माध्यम से सकारात्मक माहौल
कलेक्टर कानाराम बताते हैं कि जिले की सभी ग्राम पंचायतों में नियमित रूप से शाम के समय खेल गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इससे युवाओं में सकारात्मक ऊर्जा और व्यस्तता बनी रहेगी, जो उन्हें नशे से दूर रखने में सहायक होगी। हर ब्लॉक में एक इंचार्ज अधिकारी नियुक्त होगा जो ग्राम पंचायतों का दौरा कर खेल आयोजनों की निगरानी करेगा।

अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर व्यापक कार्यक्रम
26 जून, अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस के अवसर पर जिला, ब्लॉक और ग्राम पंचायत स्तर पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें रैली और मैराथन दौड़, कार्यशालाएं, हेल्पलाइन नंबर 1933 का प्रचार, नारा लेखन प्रतियोगिताएं और दीवार लेखन अभियान शामिल होंगे।
पुलिस विभाग की भूमिका
एसपी हरि शंकर बताते हैं कि जिले में नशे की अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए एक विशेष दूरभाष नंबर जारी किया गया है। आमजन इस नंबर पर गोपनीय रूप से जानकारी देकर प्रशासन की सहायता कर सकते हैं। उन्होंने अधिकारियों को यह याद दिलाया कि नशा एक सामाजिक बुराई है, जिससे निपटना केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का दायित्व है। प्रशासन, पुलिस और समाज तीनों के समन्वित प्रयासों से ही ‘नशा मुक्त हनुमानगढ़’ की परिकल्पना साकार हो सकती है।






