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पर्यावरण दिवस पर आपको बता रहे हैं हनुमानगढ़ के ऐसे शख्स की कहानी जो ‘ग्रीन मैन’ के नाम से पहचान रखते हैं। नाम है लाधू सिंह भाटी। तलवाड़ा झील गांव से शुरू इनका अभियान हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर सबको दिखने लगा है। मानव उत्थान सेवा समिति के बैनर तले भाटी अब तक अपने सहयोगियों के साथ करीब 25 हजार से अधिक पौधे लगा चुके हैं। ‘सिटी स्टार’ में पेश है लाधू सिंह भाटी की कहानी……
30 जुलाई 2017 को जब मानव उत्थान सेवा समिति की ओर से पौधरोपण कार्यक्रम से संबंधित प्रेस विज्ञप्ति आई कि पुलिस इंसपेक्टर विजय मीणा ने अपनी बिटिया तन्वी के जन्मदिवस पर पौधरोपण किया। देखा जाए तो यह अच्छी खबर थी। अमूमन, पढ़े-लिखे और जागरूक लोग अब परिवार में खास दिवस के मौके पर पौधरोपण करने लगे हैं। लेकिन मानव उत्थान सेवा समिति के मंसूबों को भांपना उस वक्त कठिन था। अलबत्ता, धीरे-धीरे जब हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर मानव उत्थान सेवा समिति लिखे ट्री-गार्ड नजर आने लगे और पौधे बाद में पेड़ का आकार लेने लगे तो हर किसी का ध्यान बरबस आकर्षित होने लगा। आलम यह है कि मानव उत्थान सेवा समिति लोगों की जुबान पर चढ़ गई है।
मानव उत्थान सेवा समिति की स्थापना 8 मार्च 2015 को हुई। संस्थापक हैं लाधू सिंह भाटी। वे बताते हैं, ‘इसकी शुरुआत गांव तलवाड़ाझील से की थी। रक्तदान शिविर लगाया। जिनसे उम्मीद थी, वे नहीं आए। बाकी जरूर आए। फिर नेत्र जांच शिविर लगाया। सेवा करने का जज्बा था। कुछ न कुछ करना चाहता था। अचानक पौधे लगाने का खयाल आया। गांव के शमसान भूमि में पौधरोपण किया और फिर रेलवे स्टेशन के आसपास। बाद में हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर पौधरोपण करने का बीड़ा उठाया।’
मानव उत्थान सेवा समिति के संस्थापक लाधू सिंह भाटी ‘भटनेर पोस्ट’ से कहते हैं, ‘जब सेवा कार्यों को हाथों में लिया तो सहयोगी साथ आने लगे। फिर हमने इसके लिए योजना बनाई। टीम बनाई। आज दर्जन भर सहयोगी हैं। प्रशासन और पुलिस समिति जनप्रतिनिधियों का भरसक सहयोग मिल रहा है। संबंधित उपकरण उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। नतीजतन, प्रयास पनपने लगे हैं, समिति सदस्यों की मेहनत रंग लाने लगी है। हरे-भरे पेड़ों को देखकर मन को सुकून मिलने लगा है।’
इन क्षेत्रों में पनपने लगे प्रयास
जिला कलक्टर कार्यालय के आसपास, पुरानी कलेक्टेट क्षेत्र, सिविल लाइंस एरिया, पत्रकार कॉलोनी, पुलिस लाइन रोड, टाउन से शेरेकां रोड, चुंगी नंबर 8, खुंजा नहर, अबोहर बाइपास रोड, अश्व मेला स्थल, जोड़कियां फाटक से कलक्टर कार्यालय रोड, पॉलिटेकनिक कॉलेज एरिया आदि में करीब 25 हजार पौधे लगाए जा चुके हैं।
सबका मिल रहा साथ
मानव उत्थान सेवा समिति का काम देखकर हर कोई न सिर्फ सराहना कर रहा है बल्कि यथासंभव सहयोग करने में भी पीछे नहीं। भले वे जिला कलक्टर जाकिर हुसैन, नथमल डिडेल, एसपी प्रीति जैन, सुधीर चौधरी, अजय सिंह भाटी, डॉ. राजीव पचार, राशि डोगरा, एक्सईएन प्रेम बंसल, गोविंद सिंह रामगढ़िया आदि क्यों न हों, सबने अपने हिसाब से सहयोग किया। परिणामस्वरूप समिति पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। लाधू सिंह भाटी कहते हैं, ‘लोग जन्मदिन और शादी की सालगिरह पर खूब खर्च करते हैं। अगर वे उस दिन संबंधित सदस्य के नाम से दो से पांच पौधे लगाएं तो उनकी खुशी में चार चांद लग जाए। मानव उत्थान सेवा समिति संबंधित लोगों से प्रति ट्री-गार्ड 1500 रुपए का सहयोग लेती है और बाकी व्यवस्था खुद करती है।
ये हैं समिति के सहयोगी
मानव उत्थान सेवा समिति में अधिकांश सरकारी सेवा में कार्यरत पर्यावरण प्रेमी हैं। जो अवकाश के दिन श्रमदान करते हैं। गड्ढ़े खोदने से लेकर टी गार्ड लगाना, पानी देना और पेड़ की कटिंग करने का काम समिति के सदस्य ही करते हैं। समिति की खासियत है कि इसमें कोई पदाधिकारी नहीं। सब के सब सहयोगी हैं, स्वयंसेवक हैं। लाधू सिंह भाटी, सुरेश कुमार महला, सुधीर पूनिया, संजय सिंह रावत, लोकराज शर्मा, सुरेंद्र सिंह सैनी, रमेश कुमार शाक्य, राजेंद्र सिंह सेंगर, राजाराम बिश्नोई, गौरव शर्मा व पद्मेश सिहाग ‘किसान’ आदि प्रमुख हैं।