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बीजेपी में असंतोष की आग सुलगते-सुलगते अब धधकने भी लगी है। टिकट वितरण प्रक्रिया पर सवालों की बौछार हो रही है। कार्यकर्ताओं में भी नेतृत्व को लेकर विद्रोह साफ दिखाई देने लगा है। इस बीच, भाजपा एससी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष बीएल भाटी ने भी बगावत का झंडा उठा लिया है। उन्होंने सुजानगढ़ स्थित अपने निवास पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया। भाटी बोले-‘पार्टी नेतृत्व को कार्यकर्ताओं की भावनाओं की फिक्र नहीं है लेकिन मुझे तो है। इसलिए अब निर्दलीय चुनाव लड़ूंगा। जनता के आशीर्वाद से जीतूंगा। जब बड़े नेताओं को विचाधारा की फिक्र नहीं है तो कार्यकर्ता इसकी परवाह क्यों करेंगे। बीजेपी ने संतोष मेघवाल को किस हिसाब से टिकट दिया है, समझ से परे है। कांग्रेस से आए लोगों को ही टिकट देना है तो भाजपा में विचारधारा और कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान कहां है ?’
पूर्व कैबिनेट मंत्री युनूस खान के ओएसडी रहे बीएल भाटी ने 2018 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी और भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने सुजानगढ़ में पार्टी की मजबूती में भी अहम भूमिका निभाई। उन्हें कुशल संगठक माना जाता है। भाजपा एससी मोर्चा में बतौर प्रदेश उपाध्यक्ष वे राज्य भर का दौरा कर अनुसूचित जाति के लोगों को भाजपा की तरफ लामबंद कर रहे थे। उन्हें टिकट को लेकर पूरी उम्मीद थी लेकिन ऐन वक्त टिकट कटने से वे क्षुब्ध हैं। भाटी ने कहाकि सुजानगढ़ का विकास मेरा सपना है और यहां के लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए वे चुनाव लड़ेंगे, जीतेंगे और सदैव जनता के लिए संघर्ष करते रहेंगे।