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पर्यावरण संरक्षण को लेकर वन विभाग, अतुल फाउंडेशन और लॉयन्स क्लब हनुमानगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में संजीवनी अभियान के अंतर्गत भव्य पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल पौधे लगाना था, बल्कि हरित वातावरण की स्थायित्वपूर्ण स्थापना और पौधों के संरक्षण की भावना को मजबूत करना था। कार्यक्रम का आयोजन हनुमानगढ़ के विभिन्न सार्वजनिक स्थलों, विद्यालय परिसरों, सरकारी कार्यालयों और पार्कों में किया गया, जहां सैकड़ों पौधे लगाए गए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक हरिशंकर ने पर्यावरण संरक्षण को वर्तमान समय की सबसे बड़ी जरूरत बताते हुए कहा, ‘यह सोचना कि पर्यावरण की रक्षा केवल सरकार की जिम्मेदारी है, हमारी सबसे बड़ी भूल है। हर नागरिक का यह कर्तव्य है कि वह पर्यावरण की रक्षा में सक्रिय भागीदारी निभाए। हम जिस हवा में सांस लेते हैं, जिस धरती पर चलते हैं और जिस जल को पीते हैं, उसकी शुद्धता और संतुलन बनाए रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।’

एसपी हरिशंकर ने कहा कि पौधारोपण केवल एक रस्म या प्रतीकात्मक कार्यक्रम नहीं होना चाहिए, बल्कि इसे एक सतत और जिम्मेदारीभरी प्रक्रिया के रूप में अपनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभियान समाज की चेतना को जाग्रत करते हैं और भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ, सुरक्षित और हरित भविष्य की नींव रखते हैं। उन्होंने लॉयन्स क्लब, अतुल फाउंडेशन और वन विभाग की इस सहयोगात्मक पहल को प्रेरणास्पद बताते हुए आह्वान किया कि हर नागरिक को वर्ष में कम से कम एक पौधा न केवल लगाना चाहिए, बल्कि उसकी देखभाल का भी संकल्प लेना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता लॉयन्स क्लब अध्यक्ष रामनिवास मांडण ने की। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य सिर्फ पौधे लगाना नहीं, बल्कि उन्हें सुरक्षित और विकसित करने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करना भी है। इसी उद्देश्य से सभी पौधों के लिए ट्री गार्ड की व्यवस्था की गई है, ताकि वे मवेशियों और बाहरी नुकसान से सुरक्षित रहें। मांडण ने बताया कि क्लब हर साल इस तरह के आयोजनों को बढ़ावा देता है और जनभागीदारी के माध्यम से हरियाली के संदेश को जन-जन तक पहुंचाता है।
विशिष्ट अतिथि और क्लब के पूर्व अध्यक्ष मोहित बलाडिया, जो मोहित इंटरप्राइजेज से जुड़े हैं, ने अतुल फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना करते हुए बताया कि ‘पिछले वर्ष एक ही दिन में एक लाख पौधे लगाने का लक्ष्य सफलतापूर्वक पूरा किया गया था। इस वर्ष 2 जुलाई से 8 जुलाई तक एक सप्ताह में एक लाख से अधिक पौधे लगाने का संकल्प लिया गया है, जिसे पूरा करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।’ उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए ऐसे लक्ष्यों का केवल प्रचार करना पर्याप्त नहीं, बल्कि उन्हें व्यवस्थित रूप से लागू करना और उनकी निरंतर निगरानी करना भी आवश्यक है। उन्होंने यह भी बताया कि फाउंडेशन द्वारा रोपे गए पौधों के जीवित रहने की दर 70 प्रतिशत से अधिक है, जो उनके गंभीर और वैज्ञानिक प्रयासों को दर्शाता है।
इस अभियान के अंतर्गत हनुमानगढ़ के विभिन्न हिस्सों में लगाए गए पौधों में नीम, पीपल, अशोक, गुलमोहर, शहतूत जैसे छायादार और पर्यावरण संतुलन में सहायक पौधों का चयन किया गया। वन विभाग से कपिल चौधरी, सुरेश कुमार, ज्योति और अन्य कार्मिकों ने मौके पर उपस्थित रहकर पौधारोपण कार्य को सफलता पूर्वक संचालित किया।
अतुल फाउंडेशन से जुड़े नरेश जाखड़ ने बताया कि यह अभियान केवल एक सप्ताह की पहल नहीं है, बल्कि वर्ष भर चलने वाली एक दीर्घकालीन प्रक्रिया का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में प्रकृति की भूमिका को समझते हुए हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम जो पौधे आज लगा रहे हैं, वे आने वाले कल के लिए जीवनदायिनी वनों का आधार बनें।