




हरि चारण. भटनेर पोस्ट खेल डेस्क.
आईपीएल 2025 के 32वें मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच एक रोमांचक भिड़ंत देखने को मिली। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए इस मैच में जहां दिल्ली कैपिटल्स ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए मुकाबला अपने नाम किया, वहीं राजस्थान रॉयल्स को न सिर्फ हार का सामना करना पड़ा, बल्कि टीम के कप्तान संजू सैमसन की चोट ने उनकी चिंता और भी बढ़ा दी है।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 188 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया। जवाब में राजस्थान की ओर से कप्तान संजू सैमसन और यशस्वी जायसवाल ने पारी की शुरुआत की। संजू की शुरुआत आक्रामक रही और उन्होंने महज 19 गेंदों में 3 छक्कों और 2 चौकों की मदद से 31 रन ठोक डाले।
हालांकि, खेल के छठे ओवर में उस वक्त राजस्थान को बड़ा झटका लगा जब संजू सैमसन को अचानक पसलियों के पास तेज दर्द महसूस हुआ। विप्राज निगम की गेंद पर शॉट खेलने के बाद संजू रन लेने के लिए नहीं दौड़े और वहीं रुक गए। इसके बाद उन्हें स्पष्ट रूप से असहज महसूस होता दिखा। फिजियो तुरंत मैदान पर पहुंचे और प्राथमिक जांच के बाद उन्हें दर्द निवारक दवा भी दी गई, लेकिन राहत नहीं मिलने पर संजू को ‘रिटायर्ड हर्ट’ होकर पवेलियन लौटना पड़ा।
दिल्ली ने अंततः यह मुकाबला जीत लिया, लेकिन राजस्थान के लिए यह हार सिर्फ अंक तालिका में नहीं, बल्कि मनोबल के लिहाज़ से भी भारी साबित हो सकती है। कप्तान और मुख्य बल्लेबाज संजू सैमसन की चोट टीम के लिए दोहरी मार है। आईपीएल जैसे लंबे टूर्नामेंट में निरंतरता और नेतृत्व बेहद अहम होता है, और ऐसे में संजू की संभावित अनुपस्थिति टीम की रणनीति को गहरा असर डाल सकती है।
फिलहाल संजू की चोट की गंभीरता को लेकर राजस्थान रॉयल्स की टीम प्रबंधन की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। यदि यह चोट गंभीर पाई जाती है, तो संजू का आगामी मैचों में खेलना मुश्किल हो सकता है। यहां तक कि कुछ सूत्रों के अनुसार, अगर स्थिति गंभीर रही तो वे पूरे सीजन से बाहर भी हो सकते हैं।
फैंस कर रहे हैं जल्द स्वस्थ होने की कामना
सोशल मीडिया पर राजस्थान रॉयल्स के समर्थक और क्रिकेट प्रेमी संजू सैमसन के जल्द स्वस्थ होने की दुआ कर रहे हैं। वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि यदि संजू कुछ मैचों से बाहर रहते हैं, तो राजस्थान को न सिर्फ एक अनुभवी कप्तान की कमी खलेगी, बल्कि बल्लेबाजी क्रम में भी बड़ा बदलाव करना पड़ सकता है।

