डॉ. संतोष राजपुरोहित.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तेजी से विकसित हो रही तकनीक है जो हमारे जीवन के हर पहलू को बदल रही है। उद्योगों में स्वचालन से लेकर स्वास्थ्य सेवा में निदान तक, एआई ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। हालांकि, एआई के इस तेजी से विकास ने एक महत्वपूर्ण सवाल खड़ा कर दिया है, क्या एआई से रोजगार के अवसरों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा?
एआई और रोजगार: एक दोधारी तलवार
एआई के उदय के साथ, कई लोग चिंतित हैं कि मशीनें मानव श्रम को बदल देंगी और बड़े पैमाने पर बेरोजगारी होगी। यह चिंता कुछ हद तक उचित भी है। औद्योगिक क्रांति के दौरान भी ऐसी ही आशंकाएं व्यक्त की गई थीं, लेकिन इतिहास ने हमें दिखाया है कि तकनीकी प्रगति ने नए रोजगार के अवसर भी पैदा किए।
एआई से रोजगार पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव
कुछ नौकरियों का लोप: जिन कार्यों को स्वचालित किया जा सकता है, उनमें काम करने वाले लोगों की नौकरियां खतरे में हैं।
नए रोजगार के अवसर: एआई के विकास के साथ ही एआई को विकसित करने, संचालित करने और मरम्मत करने के लिए नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
कौशल विकास की आवश्यकता: एआई के युग में सफल होने के लिए लोगों को नए कौशल विकसित करने होंगे, जैसे कि क्रिटिकल थिंकिंग, समस्या समाधान और रचनात्मकता।
एआई से होने वाले लाभ
उत्पादकता में वृद्धि: एआई से उत्पादकता में वृद्धि होगी, जिससे कंपनियां अधिक कुशलता से काम कर सकेंगी।
नई सेवाएं और उत्पाद: एआई से नई सेवाएं और उत्पाद विकसित होंगे, जिससे नए बाजार और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
जीवन स्तर में सुधार: एआई से स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में सुधार होगा, जिससे लोगों का जीवन स्तर बेहतर होगा।
चुनौतियां और समाधान
एआई के उदय के साथ आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए हमें निम्नलिखित कदम उठाने होंगे।
कौशल विकास: हमें शिक्षा प्रणाली को इस तरह से बदलना होगा कि लोग एआई युग के लिए आवश्यक कौशल विकसित कर सकें।
सामाजिक सुरक्षा जाल: हमें एक मजबूत सामाजिक सुरक्षा जाल बनाने की आवश्यकता है ताकि वे लोग जो अपनी नौकरियां खो देते हैं, उन्हें समर्थन मिल सके।
नई नौकरियों के सृजन के लिए नीतियां हमें ऐसी नीतियां बनानी होंगी जो नई नौकरियों के सृजन को प्रोत्साहित करें।
निष्कर्ष:
एआई निश्चित रूप से रोजगार के परिदृश्य को बदल रहा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि एआई से सभी नौकरियां खत्म हो जाएंगी। हमें एआई को एक अवसर के रूप में देखना चाहिए, न कि एक खतरे के रूप में। अगर हम सही कदम उठाते हैं, तो एआई हमारे जीवन को बेहतर बना सकता है और नए रोजगार के अवसर भी पैदा कर सकता है।
-लेखक राजस्थान आर्थिक परिषद के पूर्व अध्यक्ष हैं