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दीपावली के उपलक्ष्य में पूजन जरूरी है। लेकिन पूजन के लिए उचित मुहूर्त का अपना महत्व है। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, रविवार सायंकाल स्थिर लग्न में मां लक्ष्मी की पूजा करने से स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति होगी और घर में सुख और समृद्धि बनी रहेगी। घर में श्रीलक्ष्मी, श्री गजानन और श्री कुबेर की पूजा करने से हर मनोकामनाएं पूर्ण होंगी। आइए, दीपावली पूजन का उचित मुहूर्त के बारे में जानकारी दे रहे हैं जाने-माने ज्योतिषविद् पंडित सुरेश लाल शर्मा…..
12 नवंबर 2023 को 14.44 बजे आमावस्या तिथि शुरू होगी जो 13 नवंबर को 14.56 तक रहेगी। लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त 1749 से 19.44 बजे तक है। प्रदोषकाल सायं 1739 बजे से 20.18 बजे तक है। गोधुली लग्न सायं 17.39 बजे से 18.06 बजे तक है। वर्षभ लग्न सायं 17.59 से 19.44 बजे तक हैं निशिथ काल सायं 23.50 बजे से 22.51 बजे तक है। सिंह लग्न रात्रि 12.10 से 02.50 बजे तक है।
जहां व्यावसायिक स्थलों पर पूजन का उचित मुहूर्त की बात है तो दोपहर 14.44 से 16.05 बजे तक खास मुहूर्त है। शुभ अमृत चर का चौघड़िया 17.39 से 20.58 बजे तक है। प्रातःकाल का मुहूर्त 05.15 बजे से 06.55 तक रहेगा। पूजन के बाद बड़ों का आशीर्वाद लेना न भूलें। किसी से मनमुटाव है, तो मिलें, क्षमा मांगें, गले लगाएं। किसी से द्वेष भावना न रखें और किसी को अपशब्द न बोलें।