भटनेर पोस्ट पॉलिटिकल डेस्क.
डॉ. एसपी सिंह ने कहाकि जन भावनाओं का सम्मान करने में वे कभी पीछे न रहे। जन भावनाओं के कारण ही पार्टी जॉइन की जहां पर सर्वोच्च स्तर पर टिकट देने का भरोसा दिलाया गया लेकिन टिकट वितरण में कई फैक्टर होते हैं, जिसके आधार पर फैसला हुए। इसलिए चुनाव लड़ना और न लड़ना कोई बड़ी बात नहीं। डॉ. एसपी सिंह ने कहाकि उन्होंने फर्श से लेकर अर्श तक देखा है, डब्ल्यूएचओ की नौकरी इसलिए छोड़ी क्योंकि जनता के बीच रहने का अपना आनंद है।
डॉ. एसपी ने कहाकि जनता का आशीर्वाद ही था कि राजस्थान का एकमात्र सीएमएचओ को आईएएस के तौर पर चयनित किया गया। जब भी कोई जिम्मेदारी मिली, ईमानदारी और कर्त्तव्यपरायणता के साथ निभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने जनता के साथ मोह का रिश्ता अटूट बनाए रखने की उम्मीद जताई। आखिर में डॉ. एसपी सिंह ने कहाकि जब बीजेपी जॉइन की थी तो एक ही बात कहता था कि अपना प्रत्याशी कमल का निशान होगा। बकौल डॉ. एसपी सिंह, ‘मैं जबान का महत्व देता रहा हूं, देता रहूंगा। आज भी कहता हूं, हम सबका उम्मीदवार कमल का फूल होगा, हम सब उसे जीताने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।’