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राजस्थान विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच टोंक जिले की मालपुरा सीट चर्चा में आ गई है। वजह बने हैं एक पूर्व आरएएस ऑफिसर। राजस्थान प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी ने मालपुरा सीट से कांग्रेस टिकट के लिए आवेदन किया है। वे लगातार क्षेत्र में जनसंपर्क कर रहे हैं। काबिलेगौर है कि लोग भी उनकी तरफ खिंचे चले जा रहे हैं। पूर्व आरएएस अधिकारी प्रभातीलाल जाट का नाम लोगों के सिर चढ़कर बोलने लगा है। लोगों का कहना है कि मालपुरा की कई लंबित समस्याओं का समाधान प्रभातीलाल जाट ने चुटकी भर में करवा दिया। मसलन, मालपुरा बाजार में सड़कें महज 12 फीट चौड़ी थी, प्रभातीलाल जाट ने अपने प्रयासों से समझाइश कर इसे 36 फुट करवाया। इसके लिए उन्होंने करीब 300 सेप्टिक टेंक और वॉटर टैंक तुड़वाए। अब इस सड़क पर जाम नहीं लगता। इससे आवागमन सुलभ हो गया। बाजार में दुकानें जो दस लाख में नहीं बिक रही थीं उनकी कीमत आज एक करोड़ हो चुकी है।
क्षेत्र में नवाचारों के लिए इनके नाम की चर्चा हो रही है। मालपुरा के 70 वर्षीय बुजुर्ग हरिराम कहते हैं ‘हमें खुशी है कि कोई पढ़ा-लिखा लोकसेवक सेवा के लिए आने की सोच रहा है। विधायक बनने से पहले ही जो आदमी विधायक वाला काम करवा दे तो उस आदमी को मौका देने में हर्ज ही क्या है ?’
एमबीबीएस की तैयारी कर रहे विकास चौधरी कहते हैं कि आप मालपुरा में सर्वे कर लीजिए। बच्चे तक की जुबान पर प्रभातीलाल का नाम सुनाई देगा। क्योंकि उन्होंने काम ही ऐसा करवाया है। विकास के मुताबिक, मालपुरा के व्यास सर्किल पर दीवारों पर पेंटिंग करवाकर सुंदर बनवाया गया है। व्यास सर्किल से सीनियर सेकेंडरी स्कूल के आगे तक ग्रीन कॉरिडोर विकसित किया गया है। करीब 70 साल से एक समस्या थी कि दादाबाड़ी के रास्ते बंद थे। प्रभातीलाल जाट ने अपने प्रयासों से रास्ता खुलवा दिया। महेश सेवा सदन और कब्रिस्तान के 50 साल पुराने विवाद का हल करवाया। इतना ही नहीं, करीब 70 गांवों में रास्ते अवरुद्ध थे, प्रभातीलाल जाट ने कब्जे हटवाए और सड़कें चौड़ी हुईं और आज सीसी रोड हैं। इसलिए आज हर कोई प्रभातीलाल जाट का गुण गा रहा है। विकास के निकट खड़े प्रीतम सिंह कहते हैं, ‘हमारे क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बन गई थी जिसमें जाट साहब ने हिम्मत का परिचय दिया। सबको बिठाकर भाईचारा कायम करवाया। हमें तो ऐसा ही नेता चाहिए जो धर्म और जाति से परे आम आदमी के हितों पर ध्यान दे।’ गौरतलब है कि प्रभातीलाल जाट हनुमानगढ़ में बतौर एडीएम अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
कांग्रेस से क्यों जुड़ना चाहते हैं ?
अधिकांश रिटायर्ड अधिकारी बीजेपी की तरफ आकर्षित हो रहे हैं तो वे कांग्रेस से टिकट क्यों मांग रहे हैं ? पूर्व आरएएस प्रभातीलाल जाट ‘भटनेर पोस्ट’ से कहते हैं, ‘कांग्रेस ही देश के किसानों और नौजवानों की समस्याओं को महसूस करती है। देश में आपसी भाईचारे को मजबूत रख सकती है। महंगाई राहत कैम्प बड़ा प्रमाण है। देश के सभी राजनीतिक दलों और राज्य सरकारों को गहलोत सरकार के इस प्रयास से सबक लेने की जरूरत है। देश महंगाई से त्रस्त है और राजस्थान में रसोई घर खुशहाल है। यही कांग्रेस की खासियत है। इसलिए कांग्रेस के साथ जुड़ना चाहते हैं।’
मालपुरा से क्यों चुनाव लड़ना चाहते हैं प्रभातीलाल
पूर्व आरएएस अधिकारी प्रभातीलाल जाट की लोकप्रियता देखिए कि कस्बे में इनके नाम से सड़कें तक हैं। प्रभातीलाल जाट बताते हैं ‘यह जनता का प्यार है। बालोतरा में करीब 40 साल से रास्ता बंद था। समझाइश कर रास्ता खुलवाया। करीब तीन साल बाद जब हनुमानगढ़ एडीएम पदस्थापित था तो लोगों ने सड़क का नामकरण मेरे नाम से कर दिया।’ इतना ही नहीं, प्रभातीलाल जाट के नाम से डेगाना में पार्क भी है। बताते हैं कि इस पार्क के निर्माण में इन्होंने महत्ती भूमिका निभाई थी। यही वजह है कि लोग चाहते हैं कि प्रभातीलाल जाट चुनाव लड़ें और जीतकर फिर जनता की सेवा करें।