जाट समाज : सगाई व विवाह पर इस तरह का दिखावा नहीं

सुरेश चौधरी, भटनेर पोस्ट न्यूज. भीलवाड़ा.
राजस्थान मेवाड़ जाट महासभा की ओर से सामाजिक कुरीतियां दूर करने के लिए कई निर्णय लिए गए हैं। बनेड़ा के लाम्बिया कला स्थित भैरुनाथ का स्थान पर हुई बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष देवबक्ष ढाबरढीमामा ने की। सर्वसम्मति से निर्णय किया गया कि जाट समाज अब कुरीतियों को दूर करने में अग्रणी भूमिका निभाएगा। विवाह स्वर्णाभूषण का कम से कम उपयोग किया जाएगा। सगाई के समय भी 250 ग्राम चांदी, सवा तोला सोना व कम से कम नकद राशि देने पर सहमति बनी। यह भी बताया गया कि परिवार को जो भी देना हो, शादी के बाद बेटी को दे सकता है लेकिन किसी तरह का दिखावा न करे। जन्मदिन पर होने वाले समारोहों को व्यर्थ बताते हुए इसकी जगह निर्धारित राशि से समाज के छात्रावासों के विकास करवाने पर जोर दिया गया। सामूहिक विवाहों को बढ़ावा देने के लिए भी समाज अब आगे आएगा। महामंत्री शोभाराम जाट के मुताबिक, बच्चों को शुद्ध और पौष्टिक भोजन और अच्छी शिक्षा मुहैया करवाने के लिए हर किसी को प्रेरित किया जाएगा। पारिवारिक रिश्ता संबंधी विवादों को पुलिस के पचड़े में जाने से रोकने के लिए समाज एक जाजम पर बैठकर निस्तारण करवाएगा। किसी भी परिवार में किसी की मृत्यु होने पर अब मौसर समाज स्तर पर न होकर केवल परिवार तक ही सीमित रहेगा। इसके लिए भी एक मिठाई एक समय के लिए बनाई जाएगी। जाट समाज की इस पहल की क्षेत्र में खूब चर्चा हो रही है। हर कोई इसकी तारीफ कर रहा है। 

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